पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद शरद लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। शरद पवार राज्यसभा के जरिए ही राजनीति में सक्रिय रहेंगे और पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे।
नई दिल्ली/मुंबई।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसाद शरद लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। शरद पवार राज्यसभा के जरिए ही राजनीति में सक्रिय रहेंगे और पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे। पवार का कहना है कि वह 14 बार चुनाव लड़ चुके हैं, इसलिए अब चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है।
महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी माने जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज ऐलान कर दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगे और राज्यसभा के जरिए ही राजनीति में सक्रिय रहेंगे। पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहने के साथ ही केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं और फिलहाल उनकी बेटी सुप्रिया सुले एनसीपी सक्रिय है और सांसद है। जबकि राज्य की राजनीति में उनके भतीजे अजीत पवार सक्रिय हैं।
पवार का कहना है कि उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन में 14 बार चुनाव लड़ा है और अब वह लोकसभा चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं हैं। एनसीपी नेता का ये बड़ा बयान माना ज रहा है। पवार ने 2014 की लोकसभा में भी चुनाव नहीं लड़ा था और उन्होंने अपनी बेटी सुप्रिया सुले को सक्रिय राजनीति में उतारा था और वह लोकसभा सांसद हैं। असल में पहले ये कहा जा रहा था कि 2019 के लोकसभा के चुनाव में पवार चुनाव लड़ेगे, लेकिन पवार ने ये बयान देकर सबको चौंका दिया है।
पवार ने कहा कि वह फिर राज्यसभा में जाने के खिलाफ नहीं हूं। असल में ये माना जा रहा था कि पार्टी उनसे माढा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का अनुरोध कर रहे थे। फिलहाल, इस सीट से पार्टी नेता विजय सिंह मोहिते पाटिल सांसद हैं। लेकिन परिवार का आरोप झेल रही पार्टी पाटिल का टिकट काटकर पवार के देने के पक्ष में नहीं है। ताकि जनता में गलत संदेश न जाए। पवार यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं और दस साल उन्होंने कृषि और खाद्य मंत्रालय विभाग को संभाला था। कभी पवार को प्रधानमंत्री के पद का दावेदार माना जाता था।
Last Updated Mar 11, 2019, 8:18 PM IST