नई दिल्ली। शरजील इमाम के मन में दूसरे धर्म के लोगों के खिलाफ गुस्सा भरा हुआ था और वह देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मंसूबे लेकर काम कर रहा था। लेकिन उसका भड़काऊ बयान ने ही उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उस पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया है। इमाम आईआईटी मुंबई से एमटेक होने के बाद देश को तोड़ना चाहता था।

फिलहाल उसे दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया है और लगातार उससे पूछताछ  की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इसके संबंध पीएफआई से हो सकते हैं। वहीं दिल्ली पुलिस अलीगढ़ और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में उसके कथित भड़काऊ भाषणों के बारे में लोगों से पूछताछ कर रही है। क्योंकि इमाम ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी और जामिया में देश के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए थे।

वहीं इमाम के बिहार के घर और दिल्ली के फ्लैट से मोबाइल फोन, लैपटॉप जब्त किए हैं। इसके साथ ही पुलिस को यहां पर पैंपप्लेट भी मिले हैं। ये पर्चे उनसे सीएए के विरोध में मस्जिद में बंटवाए थे।  उधर इमाम की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि अलीगढ़ की अदालत ने शरजील को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए वॉरंट जारी किया है। पुलिस का कहना है कि शरजील ने सीएए और एनआरसी विरोधी पर्चे खुद बनाए थे। जबकि इसमें लोगों को भटकाने के लिए तथ्यों को गलत पेश किया गया था।

ताकि लोग गुमराह और भयभीत हो सकें। इन पर्चों को उसने कई मस्जिदों में बंटवाए थे। पुलिस ने इन पर्चों को अपनी पास रखा है और उस दुकान से भी पहचान कर ली गई हैं जहां इन पर्चों की फोटोकॉपी की थी। गौरतलब है कि इमाम को पुलिस ने बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया था। जबकि वह कई दिनों से फरार चल रहा था। वह अपना हुलिया बदल रहा था ताकि पुलिस उसे न पकड़ सके। लेकिन उसकी प्रेमिका और भाई ने पुुलिस को उस तक पहुंचा दिया था।