नई दिल्ली। महाराष्ट्र में आज शिवसेना ने विधायकों की बैठक बुलाई है। जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। जाहिर है कि इसके लिए पहले ही आदित्य ठाकरे का नाम तय हो गया है। लेकिन राज्य में अभी  भी भाजपा और शिवसेना में सीएम के पद को लेकर घमासान चल रही है। शिवसेना 50-50 के फार्मूले के लिए दबाव बना रही है। लेकिन भाजपा शिवसेना को उपमुख्यमंत्री देने को तैयार है।

भाजपा ने हालांकि हरियाणा में चला आ रहा गतिरोध खत्म कर लिया है। हरियाणा में भाजपा ने जेजेपी के साथ सरकार बनाने का फैसला किया है और इसके तहत जेजेपी के पास उपमुख्यमंत्री का पद रहेगा जबकि भाजपा का सीएम रहेगा। वहीं महाराष्ट्र में अभी तक दोनों के बीच किसी भी तरह का समझौता नहीं हुआ है। राज्य में भाजपा ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। लेकिन शिवसेना का कहना है कि राज्य में भाजपा और शिवसेना दोनों को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए और पहले शिवसेना का सीएम बनाया जाए।

क्योंकि अभी तक शिवसेना ने भाजपा की शर्तों को माना है। वहीं भाजपा सीएम के पद पर दावा नहीं छोड़ना चाहती है। हालांकि कल तक शिवसेना को लेकर एनसीपी और कांग्रेस काफी सकारात्मक थे। लेकिन देर रात कांग्रेस और एनसीपी ने साफ कर दिया कि वह विपक्ष में बैठेंगे। वहीं आज शिवसेना ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में आदित्य ठाकरे को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। ठाकरे परिवार पहली बार संसदीय राजनीति में सक्रिय हुआ है।

जिसमें पहली बार आदित्य ठाकरे चुनाव जीते हैं। वहीं इस बैठक से पहले महाराष्ट्र के अधिकांश जिलों में पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का भावी सीएम बताया गया है।  हालांकि भाजपा पहले ही साफ कर चुकी है कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन शिवसेना सीएम के पद पर दावा छोड़ने को तैयार नहीं है।