भोपाल। राज्य में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए राज्य में तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव आयोग कभी राज्य में इन उपचुनावों के लिए तारीख का ऐलान कर सकता है। लिहाजा राज्य की सत्ताधारी भाजपा ने उपचुनाव के लिए कमर कस ली है और इसके कारण राज्य में गहमागहमी बढ़ गई है। चुनाव के लिए भाजपा के दिग्गज नेता सक्रिय हो गए हैं। वहीं पार्टी के सामने ग्वालियर-चंबल में किला फतह करना बड़ी चुनौती है।

बताया जा रहा है कि राज्य में कांग्रेस के पूर्व नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद ग्वालियर और चंबल इलाके में पार्टी के नेता पार्टी और नेताओं से नाराज चल रहे हैं। क्योंकि भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व कांग्रेसी विधायकों से भाजपा के नेता नाखुश हैं। लिहाजा पार्टी के दिग्गज नेता और राज्य सरकार में दूसरे नंबर के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर में मोर्चा संभाला था। हालांकि इससे पहलेसिंधिया और सीएम शिवराज सिंह चौहान मैदान में उतरे थे लेकिन बताया जा रहा है कि भाजपा के नेताओं असंतोष कम नहीं हुआ है। वहीं राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट मंत्रियों को उपचुनाव के लिए स्पेशल टॉस्क दिया है।

फिलहाल राज्य के ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा के असंतुष्टों को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राज्य ईकाई के अध्यक्ष वीडी शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है। ये नेता भाजपा नेताओं से बातचीत कर उनकी नाराजगी को कम कर रहे हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग में नरेंद्र सिंह तोमर को भाजपा का कद्दावर नेता माना जाता है और इस इलाके में उनका खासा दबदबा है। वह सरकार के साथ ही संगठन में भी अच्छी पकड़ रखते हैं। वहीं कुछ समय पहले भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पिछले 2 महीने में 2 बार ग्वालियर पहुंच कर अपने करीबी नेताओं से मिल चुके हैं। भाजपा का दावा है कि राज्य में 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा 27 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।