खरगोन—आरएसएस की शाखाओं में सरकारी कर्मचारियों के जाने पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कांग्रेस के वचन पत्र (चुनाव घोषणा पत्र) में किए गए वादे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। शिवराज ने कहा कि कि संघ के हर आयोजन में सभी को जाने की आगे भी छूट रहेगी।

खरगोन के बड़वाह विधानसभा क्षेत्र के बेड़िया में बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में चुनावी सभा करने आए शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि संघ देशभक्तों का संगठन है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी ही नहीं, हर देशभक्त संघ की शाखा में जा सकता है।        

कांग्रेस की तरफ आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कांग्रेस के वचन पत्र (चुनाव घोषणा पत्र) किए गए वादे के बाद से ही मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक बहस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  पर बैन लगाने को लेकर चल रही है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर हमला करते हुए कहा कि संघ की शाखाएं सरकारी कार्यालयों में भी लगेगी।

कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में वादा किया है कि वह सरकारी स्थानों में आरएसएस की शाखाओं पर बैन लगाएगी। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। 

इस बीच, जिले में चुनाव प्रचार करने आए कांग्रेस की प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मुद्दे पर कहा कि धर्म को राजनीति में नहीं लाना चाहिए। हमारा मकसद है राजनीति को धर्म से दूर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी भी राजनीतिक संगठन से नहीं जुड़े, इसलिए कांग्रेस ने इस मुद्दे को वचन पत्र में शामिल किया है।

गोरतलब है कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा सीट पर इस महीने की 28 तारीख को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को अन्य राज्यों के साथ आएंगे।