दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन पर सियासत हो रही है। ब्रिज बनवाने का श्रेय लेने के लिए होड़ मची है। ऐसे में आम आदमी पार्टी अपने ट्वीट के कारण ट्रोल हो गई है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार का बखान करने के लिए ट्वीटर पर दिल्ली के इस ब्रिज की फोटो शेयर की। शेयर की यह फोटो निकली नीदरलैंड की।

बीजेपी दिल्ली के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि "झूठा क्रेडिट लेने की इतनी जल्दी थी केजरीवाल जी को की नीदरलैंड के इरास्मस ब्रिज की तस्वीर डाल दी। ताज्जुब ना कीजिएगा अगर ये कह दे नीदरलैंड वाला भी इन्होंने ही बनवाया है।"

दिल्ली बीजेपी के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने  लिखा है कि "साहब विकास कर लिया होता तो नीदरलैंड के इरास्मस ब्रिज की फोटो चुराने की जरूरत नही पड़ती । ये रहा उसका लिंक जहाँ से आपने तस्वीर चुराई खैर चोरी/घोटाला तो आपकी फितरत में है।"

बता दें कि कई सालों से निर्माणाधीन सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन को लेकर खूब सियासत हो रही है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार से लेकर सरकार में शामिल रहे पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा और भारतीय जनता पार्टी ने ब्रिज के निर्माण में अपना असली योगदान बताया है। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उत्तरी-पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने का कहना है कि वह उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पहले पहुंचकर उनका स्वागत करेंगे। तिवारी के मुताबिक 2014 में उत्तर पूर्व क्षेत्र से सांसद निर्वाचित होने पर उन्होंने सिग्नेचर ब्रिज पर पहली मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग में बताया गया कि गैमन नाम की कंपनी प्रोजेक्ट छोड़कर भाग चुकी है। ब्रिज का बजट बढ़कर 1100 करोड़ रुपये का हो गया है। इसके बाद उन्होंने अक्तूबर महीने में प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए 33 करोड़ रुपये केंद्र से आवंटित करवाए।

'आप' के बागी विधायक और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी सिग्नेचर ब्रिज पर अपने कार्यकाल में काम कराने का दावा किया है। कपिल का कहना है कि जब वह मंत्री थे 98 प्रतिशत काम पूरा करा लिया गया था और उसके बाद मनीष सिसोदिया ने दो फ़ीसदी काम पूरा कराने में दो साल लगा दिए और श्रेय लेने में दिल्ली सरकार खुद को सामने रख रही है।