अमेठी के मुंशीगंज के पश्चिम दुआरा गोवर्द्धनपुर गांव में लोगों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक नया रूप देखा। यहां आग लगने से गांव के लोगों की सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। इसकी खबर जैसे ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लगी, वह प्रचार कैंसिल कर तुरंत गांव पहुंच गईं। उन्होंने आग बुझाने में लोगों की मदद की। हैंडपंप चलाकर पानी भरा। यही नहीं, खड़ी फसल के जल जाने से विलख रहीं महिलाओं को ढांढस बंधाया और पानी पिलाया। 

फायर ब्रिगेड से पहले स्मृति पहुंची मौके पर

खास बात यह है कि फायर ब्रिगेड की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले स्मृति ईरानी मौके पर पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने अपना काम शुरू किया लेकिन उच्च अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। गांववालों ने एसडीएम को सूचना देने की बात स्मृति ईरानी को बताई। उन्होंने डीएम अमेठी को फोन लगाया। पता चला कि एसडीएम वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त हैं। इस पर स्मृति नाराज हो गईं। खास बात यह है कि प्रियंका भी अमेठी के दौरे पर हैं और अधिकारी इसी के बंदोबस्त मे लगे हैं। 

खुद नल चलाकर की गांववालों की मदद

आग बुझाने की कोशिश करते हुए स्मृति ने भी काफी देर तक नल चलाकर बाल्टियों में पानी भरा। उनको ऐसा करते देख पुलिस और भाजपा कार्यकर्ता भी आग बुझाने में जुट गए। खड़ी फसल के आग में तबाह हो जाने से कुछ महिलाएं रोने लगीं। कुछ महिलाएं ईरानी से लिपट गईं। ईरानी ने भी सांत्वना देते हुए महिलाओं को धैर्य रखने की बात कही। उन्होंने महिलाओं को समझाया बुझाया और अपने हाथों से उन्हें पानी भी पिलाया।  

स्मृति ईरानी के इस कदम की लोग सोशल मीडिया पर प्रशंसा कर रहे हैं।