लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के केंद्र में अमेठी का चुनाव है। इस सीट पर पिछले कई चुनावों में जीत दर्ज कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इसे पार्टी का गढ़ बनाए रखने में सफल हुए हैं हालांकि इस बार उन्हें बीजेपी की दिग्गज नेता स्मृति ईरानी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा रहा है।

अमेठी लोकसभा सीट पर स्मृति ईरानी की चुनौती की शुरुआत 2014 के आम चुनावों में हो चुकी है। पिछले चुनाव में ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी में बड़ा धक्का देते हुए उनकी जीत की मार्जिन को आधे से अधिक कम करने में सफलता पाई थी। वहीं मौजूदा चुनाव में प्रचार को देखते हुए साफ है कि इस बार अमेठी में स्मृति और राहुल के बीच कांटे का मुकाबला है।

अमेठी में स्मृति की ललकार से राहुल समेत कांग्रेस पार्टी दबाव में है। जहां बीते पांच साल के दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर अमेठी की जनता को मायूस करने का काम किया है वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लगातार पांच साल तक अमेठी में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ काम करती रही हैं। इसी का नतीजा है कि मौजूदा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी का इस्तेमाल करते हुए अपने इस किले में स्मृति की सेंधमारी को रोकने की रणनीति पर काम किया है।

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अब जब देश में तीसरे चरण का मतदान होने वाला है और अमेठी में स्मृति की चुनौती से परेशान होकर कांग्रेस अध्यक्ष वायनाड से भी नामांकन कर चुके हैं, कांग्रेस पार्टी ने अमेछी में अपनी साख बचाने की कवायद में प्रियंका गांधी को बतौर क्राइसिस मैनेजर उतारा है। कांग्रेस की रणनीति के मुताबिक अब अमेठी में स्मृति के दौरे के साथ-साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का समानांतक कार्यक्रम रखा जा रहा है।

इसी क्रम में सोमवार को प्रियंका गांधी और स्मृति ईरानी अमेठी में प्रचार करते पाई गईं। प्रियंका गांधी ने अपने अभियान के दौरान स्मृति ईरानी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि स्मृति ईरानी समझती हैं कि अमेठी की जनता के पास पहनने के लिए जूता नहीं है और वह लोगों को जूता बांटने का काम कर रही हैं।

प्रियंका ने कहा कि जूता बांटकर स्मृति ईरानी अमेठी की जनता का अपमान कर रही हैं। हालांकि प्रियंका ने दावा किया कि स्मृति गांधी यह काम राहुल गांधी का अपमान करने के उद्देश्य से कर रही हैं। प्रियंका ने कहा कि जूता बांटकर स्मृति दिखा रही हैं कि अमेठी की जनता बेहद गरीब है और लंबे समय से क्षेत्र का सांसद होने के कारण राहुल गांधी इस गरीबी के लिए जिम्मेदार हैं।

प्रियंका के इस बयान पर स्मृति ईरानी ने दो टूक जवाब दिया. स्मृति ने कहा कि वास्तविकता यह है कि पूर्व में वह खुद एक्टर थीं लेकिन मौजूदा चुनाव प्रचार के दौरान अमेठी में प्रियंका गांधी एक्टिंग करने का काम कर रही हैं। प्रियंका को सलाह देते हुए स्मृति ने कहा कि जनता के सामने एक्टिंग करने से अच्छा है कि वह अमेठी के लोगों से मिले और खुद देखें कि क्षेत्र की जनता को अबतक क्या दिया गया है और क्या मिला है। स्मृति ने दावा किया कि अमेठी के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि उनके लिए कांग्रेस के कार्यकाल में क्या किया गया है।