नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक का फार्मूला भी लागू कर सकती है। इसके साथ ही भाजपा अन्य विकल्पों पर भी मंथन कर रही है। ताकि राज्य में सरकार बचाई जा सके। हालांकि पार्टी के रणनीतिकारों की नजर आज के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर है। जिसके बाद नई रणनीति तैयार की जाएगी।

हालांकि राज्य में भाजपा ने एनसीपी के बागी अजित पवार के साथ मिलकर सरकार तो बना ली है। लेकिन अब सबसे अहम सदन में बहुमत जुटाना पार्टी के लिए अहम है। हालांकि पार्टी ने जिस तरह से दांव खेला है। उसके देखते हुए लग रहा है कि पार्टी ने सदन के लिए प्लान बी तैयार किया है। क्योंकि पार्टी के रणनीतिकार अच्छी तरह से जानते थे अगर राज्य में सरकार ने शपथ लिया है तो विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। लिहाजा भाजपा के रणनीतिकारों ने निसंदेश इस मामले में प्लान बी तैयार किया है।

हालांकि माना जा रहा है कि अगर पार्टी को सदन में बहुमत साबित करना पड़ा तो इसके लिए पार्टी कर्नाटक का फार्मूला भी लागू करने को तैयार है। यानी विपक्षी दलों के इस्तीफा दिलाकर सदन में विधायकों की संख्या के आधार पर सरकार का गठन। वहीं इसके साथ ही पार्टी के नेताओं का मानना है कि दूसरे दलों के कई नेता राज्य में भाजपा की सरकार को समर्थन देने को तैयार है। लेकिन मौजूदा समय में खामोश हैं।

ये विधायक सदन में ऐन मौके पर भाजपा को समर्थन देंगे। विदित है कि कर्नाटक में भाजपा ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को इस्तीफा दिलाया था। जिसके बाद राज्य में एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिर गई थी। हालांकि माना जा रहा है कि अजित पवार के पास अभी तक 13 विधायकों समर्थन है और आने वाले समय में ये आंकड़ा और ज्यादा हो सकता है।