अगले साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। इसका ऐलान आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में किया गया। आज ही पार्टी का स्थापना दिवस है। जिसमें तेजस्वी ने स्थापना दिवस के कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी थी। जो पार्टी के भीतर चर्चा का विषय बना। हालांकि वरिष्ठ नेताओं की फटकार के बाद तेजस्वी यादव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने आए।

पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी में आज पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया। लेकिन इसके लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम से तेजस्वी यादव नदारद रहे। जबकि तेजस्वी की राह सभी नेता देख रहे थे। इसके बाद जब राजद के वरिष्ठ नेता शिवाकांत तिवारी और रघुवंश प्रसाद ने तेजस्वी की फटकार लगाई तो वह बाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पहुंचे।

इसमें तेजस्वी यादव को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। गौरतलब है कि कल ही तेजस्वी यादव ने पिछले एक महीने से साध रखी चुप्पी पर कहा था कि वह स्थापना दिवस के मौके पर इसका राज खोलेंगे। लेकिन आज तेजस्वी स्थापना दिवस से ही गायब रहे।

जबकि तेज प्रताप यादव ने बैठक में महिलाओं को राजनैतिक में आगे आने को कहा। तेज प्रताप ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और अपनी आवाज उठानी चाहिए। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आज यादव परिवार के सभी लोग मौजूद थे। लेकिन इसमें लालू प्रसाद यादव नहीं थे। जो रांची के रिम्स में अपना इलाज करा रहे हैं।

लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में जेल हो चुकी है और वह कार्ट के आदेश पर वहां पर इजाल करा रहे हैं। आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव में राजद को मिली हार पर चर्चा की गयी। हालांकि सभी नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव की हार को भूल जाना चाहिए और इससे सबक लेना चाहिए।

क्योंकि अगले साल विधानसभा का चुनाव है। जिसका मुकाबला एकजुट और डट करना होगा। इसलिए पार्टी को मजबूत करना है। पार्टी के भीतर नेताओं के बीच जो भी मतभेद हैं। उन्हें भूलकर एक साथ चलना होगा। बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई।