नई दिल्ली। कोरोना संकटकाल में व्यापार में घाटे से परेशान व्यवसायी ने खुद की हत्या की साजिश रच डाली और इसके लिए उसने तीन लोगों की मदद ली। ताकि उसकी हत्या के बाद उसके बीमा की राशि उसके परिवार को मिल सके और आर्थिक तौर पर मजबूत हो सके। लेकिन पुलिस ने इस मामले की पड़ताल की तो पता चला की व्यापारी की हत्या नहीं हुई है बल्कि उसने बीमे की राशि के लिए अपनी खुद की हत्या कराई है।

जानकारी के मुताबिक बिजनेसमैन गौरव बंसल ने परिवार को आर्थिक मुश्किलों से बचाने के लिए खुद की हत्या की साजिश रची थी। क्योंकि बंसल ने अपना एक करोड़ का बीमा कराया था और उसे लग रहा था कि उसकी मौत के बाद उसके परिवार को ये बीमे की राशि मिल जाएगी।  लेकिन पुलिस ने इस मामले की पड़ताल की और तथ्य कुछ और ही सामने आए। बंसल ने एक करोड़ की बीमा राशि परिवार को दिलाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए एक नाबालिग दोस्त से मदद ली और उसे खुद की हत्या की सुपारी दी थी।  नाबालिक ने अपने तीन दोस्तों की मदद से गौरव के गले में रस्सी डालकर उसे पेड़ पर लटका दिया था। इस  मामले में पुलिस ने नाबालिग और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर चुकी है और अब  उन्हें  जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।

दिल्ली पुलिस के बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त डाय ए कौन के मुताबिक 10 जून को रणहौला थाना क्षेत्र के बापरौला विहार के करीब कारोबारी का शव पेड़ से लटका मिला था। इसकी पहचान आइपी एक्सटेंशन स्थित आर्य नगर अपार्टमेंट निवासी व्यवसायी गौरव बंसल के रूप में हुई थी। हालांकि पहले मामला आत्महत्या का लग रहा था लेकिन छानबीन के बाद पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया। गौरव पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे और करियाने की दुकान चलाते थे। इस मामले की जांच शुरू हुई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच में पता चला कि गौरव ने एक करोड़  का बीमा किया हुआ है और वह आजकल घाटे में चल रहे हैं। फिर पुलिस ने  इस एंगल से जांच शुरू की।