महाराष्ट्र सरकार को लेकर सभी दलों में खींचतान चल रही है। खासतौर से सीएम के पद को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच खींचतान जारी है। हालांकि अभी तक दोनों के बीच पूर्व के समझौते के तहत कुछ भी तय नहीं हो सका है। हालांकि इसी बीच कांग्रेस विधायक ऋतुराज पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। जिसके बाद राज्य में राजनैतिक तापमान गर्मा गया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार को लेकर अभी तक कुछ भी साफ नही है। भाजपा और शिवसेना के बीच अभी तक कुछ भी समझौता नहीं हो पाया है। जिसके कारण अब राज्य में भाजपा और शिवसेना के बीच सियासी बिसात बिछ गई है। कल ही शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की वहीं आज कांग्रेस विधायक उद्धव ठाकरे से कांग्रेस विधायक पहुंचे।
महाराष्ट्र सरकार को लेकर सभी दलों में खींचतान चल रही है। खासतौर से सीएम के पद को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच खींचतान जारी है। हालांकि अभी तक दोनों के बीच पूर्व के समझौते के तहत कुछ भी तय नहीं हो सका है। हालांकि इसी बीच कांग्रेस विधायक ऋतुराज पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। जिसके बाद राज्य में राजनैतिक तापमान गर्मा गया है। इन दोनों नेताओं के बीच करीब देर तक बातचीत हुई। हालांकि उन्होंने कहा कि मुलाकात औपचारिक मुलाकात है।
लिहाजा इसके कयास नहीं निकाले जाने चाहिए। वहीं कल उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। जिसके बाद ये कयास लगने शुरू हो गए हैं कि राज्य में शिवसेना और एनसीपी मिलकर सरकार बना सकती है और कांग्रेस उसे बाहर से समर्थन दे सकती है। हालांकि अभी तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उद्धव ठाकरे के बीच कोई मुलाकात नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच गतिरोध कायम है।
शिवसेना इस बात को अड़ी है कि 50-50 फॉर्मूले को लागू किया जाए। हालांकि कांग्रेस ने शिवसेना को प्रस्ताव दिया था। लेकिन बाद में वह अपने प्रस्तवा ने मुकर गई। वहीं चार निर्दलीय विधायकों ने शिवसेना को समर्थन देने का एलान किया है। जबकि कुछ विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है। विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं भाजपा को 105, शिवसेना के पास 56 और कांग्रेस के 44 विधायकों ने जीत दर्ज की है।
Last Updated Nov 1, 2019, 8:28 AM IST