पटियाला हाउस कोर्ट ने आज कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के पति और सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें वाड्रा ने ईडी के जब्त कागजात की हार्ड कॉपी सौंपे जाने तक पूछताछ न किये जाने की मांग की थी। इसके बाद कोर्ट ने वाड्रा को कल ईडी के सामने पूछताछ में शामिल होने को कहा।

वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी ने कहा कि ईडी जो पूछताछ कर रही है वह जब्त दस्तावेजों से संबंधित ही पूछताछ कर रही है। जिसपर ईडी के वकील ने कहा सिर्फ वही दस्तावेज दे सकते है जो जब्त किए गए है। जो नही किया है उसको कैसे दे सकते है। 

तुलसी ने कहा कि इसमें जल्दबाजी क्या है। तो ईडी के वकील ने कहा सबूतों से छेड़छाड़ करने का डर है। ईडी अधिकारियों के इस बयान से स्पष्ट होता है कि वह वाड्रा की ऊंची पहुंच से कितने घबराए हुए हैं। उन्हें हमेशा यह डर लगा रहता है कि  वाड्रा सबूतों से छेड़छाड़ करके केस को अपने पक्ष में मोड़ सकते हैं। 

इससे पहले टीएस तुलसी ने कहा, अभी तक हमें प्रवर्तन निदेशालय से अभी तक एक भी दस्तावेज नहीं मिला है। अगर ये दस्तावेज की कॉपी हमें मिलती है तो पूछताछ के दौरान हम उनसे संबंधित सवालों के जवाब दे सकते है। जब तक दस्तावेज नहीं मिल जाते, तब तक प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ गैरकानूनी है। इस पर कोर्ट ने ईडी को पांच दिन के अंदर सभी दस्तावेजों की हार्ड कॉपी देने के आदेश दिए है। 

प्रवर्तन निदेशालय ने अपना जवाब कोर्ट में दाखिल कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा की उस अर्जी को खारिज करने की मांग की है जिसमें ईडी द्वारा जब्त दस्तावेजों की मांग की गई है। 

वाड्रा ने यह अर्जी पेशे से वकील और कांग्रेस से राज्य सभा सांसद के टीएस तुलसी के माध्यम से दायर की है। अपनी अर्जी में ईडी के पास मौजूद मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित दस्तावेजों की एक कॉपी दिए जाने की मांग की है। 

बतादें कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय रॉबर्ट वाड्रा से कई बार पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने वाड्रा से ये पूछताछ उनकी विदेशों में कथित अवैध संपत्ति खरीदने के मामले में कई थी। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, आखिरी बार पूछताछ के दौरान वाड्रा ने जांच अधिकारी से अपना स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की बात कही थी, जिसके बाद पूछताछ को बीच मे ही रोक दिया गया था। 

बतादें कि पटियाला हाउस कोर्ट के स्पेशल जज अरविंद कुमार ने वाड्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगाने हुए उन्हें निर्देश दिया था कि वह हर बार प्रवर्तन निदेशालय के बुलाने पर पेश होंगे। 

वाड्रा से लंदन के ब्रायन्स्टन स्क्वायर में तकरीबन 19 लाख पाउंड में एक बेनामी संपत्ति की खरीद में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पूछताछ की गई है। ईडी ने अदालत को बताया था कि उसे लंदन में वाड्रा से संबद्ध विभिन्न नई संपत्तियों की जानकारी मिली है