उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के भीतर जमकर हंगामा काटा। विपक्षी विधायकों ने अपना विरोध जताते हुए राज्यपाल पर कागज के गोले फेंके और विधानसभा के बाहर सांड को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झड़प में सपा का विधायक बेहोश गया। सरकार का कहना है कि विपक्षी विधायक लोकतंत्र की गरिमा भूल गए हैं।

हालांकि ऐसा पहले ही माना जा रहा था कि बजट सत्र हंगामेदार होगा। लिहाजा वैसा ही हुआ। आज सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों एक साथ हंगामा किया। राज्य में सपा और बसपा के बीच गठबंधन हो जाने के बाद दोनों दलों के विधायक आज पूरी तरह से सरकार को घेरने की रणनीति के साथ सदन में आए थे। सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ। सपा नेता विधानसभा के बाहर एक सांड के साथ पहुंचे थे और हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इन तख्तियों में लिखा था कि सांड और किसान दोनों परेशान। 

इससे पहले बजट सत्र की कार्यवाही के शुरूआत के साथ ही विधायकों ने राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण क देने पहुंचे। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने उनकी ओर कागज के गोले उछाले और नारेबाजी की। राज्यपाल ने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी दलों के विधायकों ने 'राज्यपाल वापस जाओ'  के नारे लगाए और नाईक की तरफ कागज के गोले फेंके।

इससे पहले भी पिछले साल सपा विधायकों ने राज्यपाल पर कागज के गोल फेंके थे, जिसके बाद राज्यपाल ने नाराजगी जताई थी। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से उनकी ओर फेंके गए कागज के गोले नहीं पहुंच पाए। इस हंगामे के बीच राज्यपाल राम नाईक ने अपना अभिभाषण जारी रखा और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में सिलसिलेवार ब्यौरा पेश किया।