लोकसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी में कलह उभर कर सामने आ गयी है। बलिया से लोकसभा का टिकट मांग रहे पूर्व प्रधानमंत्री  चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। जो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका है। ऐसा माना जा रहा कि नीरज शेखर जल्द ही भारतीय जनता पार्ट में शामिल हो सकते हैं। नीरज शेखर ने राज्यसभा के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।

असल में नीरज शेखर अपने गृह जनपद बलिया से लोकसभा का टिकट मांग रहे थे। लेकिन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव के लिए हुए गठबंधन के तहत ये बसपा की के खाते में चली गयी थी। हालांकि पहले सपा ने इस सीट को अपने पास रखने के लिए बसपा से गुजारिश की थी। लेकिन मायावती ने एक नहीं सुनी।

इस सीट के बदले मायावती सपा की उस सीट को मांग रही थी जहां पर उसका बड़ा जनाधार था। लिहाजा इस सीट से बसपा का प्रत्याशी चुनाव लड़ा। नीरज शेखर लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने अखिलेश यादव से भी कहा। नीरज को सपा ने दूसरी बार राज्यसभा में भेजा है। वह मुलायम सिंह के करीबी और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे हैं।

चंद्रशेखर की मौत के बाद उपचुनाव में नीरज शेखर सपा के टिकट से चुनाव जीते थे। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में वह चुनाव हार गए इसके बाद सपा ने नीरज शेखर को राज्यसभा में भेजा था। लेकिन अब अखिलेश यादव से नाराजगी के कारण नीरज शेखर ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि नीरज शेखर जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे और पार्टी उन्हें फिर राज्यसभा में भेजेगी।

क्योंकि इसके लिए भाजपा के पास पूरा बहुमत है। वहीं नीरज शेखर के सपा छोड़ना अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका है। हालांकि राजनैतिक तौर पर नीरज उतने सक्रिय नहीं है। लेकिन बलिया के आसपास के इलाकों में आज भी चंद्रशेखर और उनके परिवार का दबदबा कायम है। असल में पिछले कुछ दिनों से नीरज शेखर की भाजपा के साथ नजदीकियां बढ़ी थी। हाल ही में पूर्व पीएम चंद्रशेखर के श्रद्धांजलि समारोह में भाजपा के कई सांसद भी शामिल हुए थे। जिसके बाद ये माना जा रहा था कि वह आने वाले समय में भाजपा में शामिल हो सकते हैं।