लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में तेजी से बदलाव आ रहा है। चुनाव निपटने के बाद आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर को बर्खास्त कर दिया है तो वहीं बीएसपी प्रमुख मायावती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात रद्द कर दी है। वहीं आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अचानक मायावती से मुलाकात की। फिलहाल इस मुलाकात के राजनैतिक मायने निकाले जा रहे हैं।

रविवार की शाम को आए एक्जिट पोल के नतीजों के बाद यूपी का सियासी तापमान तेजी से बदल रहा है। लेकिन इन नतीजों से सबसे ज्यादा परेशान बीएसपी प्रमुख मायावती दिखाई दे रही हैं। लिहाजा मायावती ने आज सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से होने वाली बैठकों को रद्द कर दिया है। मायावती चुनाव नतीजों के बाद इन दोनों नेताओं से मिल सकती हैं। वहीं दो दिन पहले आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू मायावती से मुलाकात कर चुके हैं।

लेकिन आज अचानक एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को आए एक्जिट पोल के नतीजों के बाद बीएसपी चीफ मायावती से मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि नतीजों को लेकर दोनों नेताओं में चर्चा हुई है। राज्य में लोकसभा का चुनाव एसपी और बीएसपी ने मिलकर लड़ा और इसमें उन्होंने गठबंधन बनाकर राष्ट्रीय लोकदल को भी शामिल किया।

जिस तरह के अनुमान टीवी चैनलों के एक्जिट पोल में बताये गए हैं। उससे मायावती काफी परेशान हैं। लिहाजा आज इसी सिलसिले में अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात की। अखिलेश ने ही पिछले साल दिंसबर में लोकसभा चुनाव लड़ने की वकालत की थी और उसके बाद राज्य में चुनावी गठबंधन बना था। 

हालांकि सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने मायावती से 23 मई को आने वाले नतीजों तक इंतजार करने को कहा है। अखिलेश ने कहा कि एक्जिट पोल के नतीजे चुनावी नतीजे नहीं हैं। उन्होंने ये भी बताया कि कई बार एक्जिट पोल के नतीजे गलत साबित हुए हैं। लिहाजा इंतजार किया जाए और फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है।