लखनऊ। समाजवादी पार्टी अपने अस्तित्व के लिए जूझ रही है। अगर ये कहें कि सपा अपने दौर में सबसे ज्यादा मुश्किलों से गुजर रही है तो ये कहना गलत नहीं होगा। लेकिन इसके बावजूद सपा मुखिया अखिलेश यादव उपचुनाव के लिए प्रचार नहीं करेंगे। वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार करेंगे।

फिलहाल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधामसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करने का फैसला किया है। हालांकि इसके कारण क्या हैं। ये कोई सपा नेता बताने को तैयार नहीं हैं। असल में कुछ नेताओं का ये कहना है कि पार्टी की स्थिति कई सीटों में काफी खराब है। जिसके कारण अखिलेश यादव ने प्रचार न करने का फैसला किया है। हालांकि पार्टी को रामपुर सीट से उम्मीद है। लेकिन यहां पर आजम खान की पत्नी तंजीन फातिम चुनाव लड़ रही हैं।

अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार की कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और अन्य वरिष्ठ नेताओं को सौंपी है। राज्य की विधानसभा की रिक्त 11 सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है। इसके लिए मतदान 21 अक्टूबर को होगा और 24 अक्टूबर को परिणाम घोषित हो जाएगे। इस सीटों के लिए 19 अक्टूबर को प्रचार रूक जाएगा। लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का प्रचार से दूरी बनाना किसी को समझ में नहीं आ रहा है। हालांकि सपा ने चुनाव में जोरशोर से उतरने का फैसला किया था। हालांकि सपा की मुश्किलें बसपा ने बढ़ा दी हैं।

क्योंकि इस चुनाव में बसपा भी पहली बार हिस्सा ले रही है। जो सपा का ही वोट में सेंध लगाएगी। लिहाजा सपा पहले से ही मान कर चल रही है कि बसपा उसका वोट में सेंध लगाएगी। जिसके कारण चुनाव में स्थिति उसके खिलाफ होगी। हालांकि उपचुनाव की सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उम्मीद लगाये थे कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके पक्ष में प्रचार करने पहुंचेंगे। लेकिन अखिलेश यादव ने प्रत्याशियों के उम्मीदों में तुसारापात कर दिया है।