इस साल त्योहारों के मौसम में रेलवे ने अभी तक 89 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। जिसकी वजह से यात्रियों को दो लाख अतिरिक्त सीटें मिलेंगी। 

रेलवे की इस व्यवस्था की वजह से यात्रियों की मुश्किल कम होगी। जिन्हें हर साल घर जाने के लिए बहुत ज्यादा मारामारी करनी पड़ती थी। 

अब तक 89 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा कर दी गई है। अगले एक-दो दिनों में 15 और विशेष ट्रेनें घोषित हो जाएंगी। इसके साथ ही नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं। 

आरक्षित के साथ ही अनारक्षित ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जनरल टिकट लेकर भी सफर कर सकें।

हर साल दिवाली व छठ पर यात्रियों की भीड़ को संभालना रेल प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। लेकिन इस साल रेल अधिकारी पहले से ही इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। 

रेल अधिकारियों का अनुमान है कि रेलवे स्टेशनों पर 2 नवंबर से 13 नवंबर तक ज्यादा भीड़ रहेगी। ऐसी स्थिति में लोगों को उनकी मंजिल तक पहुचाने के लिए ज्यादा ट्रेनें चलाने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, चिकित्सा सुविधा सहित अन्य सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

छठ-दीपावली पर रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा भीड़ उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाले यात्रियों की होती है। इसलिए सबसे ज्यादा 78 विशेष ट्रेनें भी पूर्व दिशा के लिए चलाई जा रही हैं। इनमें से 28 ट्रेनें अनारक्षित हैं जिससे वे लोग भी आसानी से घर जा सकें जो किसी कारणवश आरक्षित टिकट लेने में असमर्थ हैं। 18 नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी लगाए जा रहे हैं। 10 रेक रिजर्व रखे जा रहे हैं। जिससे कि स्टेशन पर भीड़ बढ़ते ही तुरंत विशेष ट्रेन चलाने की व्यवस्था की जा सके।

लोगों को टिकट लेने में दिक्कत नहीं हो, इसके लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर खोले जा रहे हैं। 

बिहार और यूपी के अलग-अलग शहरों के लिए अलग-अलग काउंटर होंगे, जिन पर वहां का किराया भी लिखा होगा। इससे यात्री हाथ में उतने पैसे लेकर काउंटर पर पहुंचेंगे और यात्रियों को टिकट लेने के दौरान पूछताछ करने के लिए ज्यादा समय तक लाइन खड़ा नहीं होना पड़ेगा।