बेंगलूरू। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने बेंगलूरू में एक आंखों के  डाक्टर को गिरफ्तार किया है जो सीरिया में आतंकी कैंप का दौरा कर चुका है। एजेंसी के मुताबिक डाक्टर ने आतंकवादियों के इलाज की शुरूआत 2014 में  सीरिया से की थी और वह वहां 10 दिनों तक इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के साथ रहा था। 

एनआईए ने बेंगलुरु से आंखों के डाक्टर को गिरफ्तार किया है जो आतंकी  संगठन आईएसआईएस के लिए मेडिकल एप्लीकेशन बना रहा था। फिलहाल एनआईए को उम्मीद है कि इस मामले में अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं और उन्हें जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक एजेंसी ने अब्दुर रहमान नाम के डाक्टर को गिरफ्तार किया है, जो एक ऐसे मेडिकल एप्लीकेशन पर काम कर रहा था, जिसकी जरिए आईएसआईएस के बीमार आतंकी खुद का इलाज कर सकते हैं। जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक 28 वर्षीय रहमान आतंकवादियों के इलाज के लिए 2014 से काम कर रहा है और वह सीरिया में आईएसआईएस के एक मेडिकल कैंप का दौरा भी कर चुका है।

जहां वो 10 दिनों तक इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के साथ रहा था। गिरफ्तार आरोपी अब्दुर रहमान ने माना कि वह जहानजीब सामी और सीरिया में आईएसआईएस गतिविधियों को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए सुरक्षित मैसेजिंग प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा था। वह आतंकी संगठन के आतंकियों के लिए एक मेडिकल एप्लीकेशन विकसित कर रहा था जिसके जरिए आतंकी अपना इलाज कर सकें। जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक एनआईए ने कर्नाटक पुलिस के साथ मिलकर बेंगलूरु में सर्च ऑपरेशन चलाया और डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, लैपटॉप सहित कई संदिग्ध सामान बरामद किए।

इस तरह हुई गिरफ्तारी

असल में डाक्टर अब्दुर रहमान दिल्ली के जामिया नगर से गिरफ्तार किए गए एक कश्मीरी दंपति जहांजीब सामी वानी और हिना बशीर बेघ का करीबी था और ये दोनों ही आईएसकेपी के लिए काम करते है। पिछले दिनों ही एनआईए ने इस दंपति को गिरफ्तार किया है। इन लोगों से मिले इनपुट के बाद एजेंसी ने पुणे से सादिया शेख और नबील खत्री को भी गिरफ़्तार किया था। इसके बाद डाक्टर की गिरफ्तारी हुई है।