श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार धमाकों के तार केरल से जुड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इन धमाकों के संबंध में कासरगोड़ जिले से दो युवाओं को हिरासत मे लिया है। बताया जा रहा है कि दोनों की पहचान अबु बकर सिद्दीकी और अहमद अराफात के तौर पर हुई है। इन दोनों को एनआईए की कोचीन इकाई ने हिरासत में लिया है। उनसे एनआईए मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है। 

उधर, एनआईए की ओर से कहा गया है कि आईएसआईएस के केरल मॉड्यूल को लेकर तीन जगहों की तलाशी ली गई है। इसमें आईएसआईएस का कासरगोड़ मॉड्यूल भी शामिल है। संदेह है कि इन लोगों का भारत छोड़कर आईएसआईएस में शामिल हुए लोगों से संपर्क था। तीन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों को श्रीलंका में हुए बम धमाकों के मुख्य साजिशकर्ता बताए जा रहे जाहरान हाशिम के संपर्क में होने की सूचनाएं मिलने के बाद हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, केरल के ये दोनों युवा जाहरान की विचारधारा से काफी प्रभावित थे। 

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एनआईए की टीम ने कासरगोड के विद्यानगर में उनके घर पर छापा मारा। यहां से मोबाइल फोन और सिम के अलावा कुछ अन्य गैजेट्स भी बरामद किए गए हैं। दोनों से सोमवार को भी लंबी पूछताछ होने की उम्मीद है। 

श्रीलंका धमाकों के बाद से ही जांच एजेंसियों को केरल के IS मॉड्यूल पर संदेह है। ऐसी खबरें हैं कि श्रीलंका विस्फोटों का मास्टरमाइंड जाहरान हाशिम पिछले तीन साल से केरल और तमिलनाडु के IS काडरों से सोशल मीडिया के जरिये संपर्क में था।

इससे पहले, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है कि श्रीलंकाई सेना ने ईस्टर हमलों के मास्टरमाइंड के दोनों भाइयों और पिता को एक मुठभेड़ में मार गिराया है।

एजेंसी के अनुसार, चार पुलिस सूत्रों ने बताया कि जेनी हाशिम, रिलवान हाशिम और उनका पिता मोहम्मद हाशिम को शुक्रवार को पूर्वी तट पर सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए। इन्हें सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा गया था, जिसमें काफिरों के खिलाफ हर मोर्च पर जंग लड़ने का ऐलान किया गया था।