लखनऊ। विश्व हिंदू महासभा के नेता रंजीत बच्चन की हत्या के मामले में पुलिस और विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने मुंबई से एक शख्स को गोली मारने के संदेह में गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस को आशंका है कि बच्चन की हत्या संपत्ति और पारिवारिक विवाद में गई है।

जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बच्चन के रिश्तेदारों के कॉल डिटेल की जांच के बाद मुंबई कनेक्शन सामने आया, जिसके बाद बुधवार को एक टीम ने शूटर को दबोच लिया। इन स्रोतों के अनुसार, आरोपी कथित रूप से घटना के बाद मुंबई में छिप गए थे।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शूटर को गिरफ्तार किए जाने के बाद, दो अन्य लोगों को भी पड़ोसी क्षेत्रों से हिरासत में ले लिया गया था, और कहा कि संयुक्त टीम गुरुवार को लखनऊ पहुंचेगी। गौरतलब है कि लखनऊ पुलिस ने बुधवार को दक्षिणपंथी हिंदू संगठन नेता की हत्या के मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया था, जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि वह हजरतगंज में सुबह की सैर पर निकले थे। इन चारों को लखनऊ पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गोरखपुर और रायबरेली से हिरासत में लिया था।

विश्व हिंदू महासभा की स्थापना करने वाले 40 वर्षीय रंजीत बच्चन को सिर में गोली लगी और उनके चचेरे भाई आदित्य श्रीवास्तव को अज्ञात हमलावर ने हमला कर घायल कर दिया, जिन्होंने उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए। हमलावर ने खुद को एक शॉल में ढँक लिया था और पैदल था। वहीं  सरकार ने इस मामले में हजरतगंज थाने में एक सब-इंस्पेक्टर सहित चार पुलिस कर्मियों को कथित तौर पर ढिलाई बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।

हालांकि पुलिस पहले से ही इसे संपत्ति और पारिवारिक विवाद में हत्या मान रही थी। लेकिन पिछले साल राजधानी में हुई हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद पुलिस और  एसटीएफ इसकी जांच में जुट गई थी और इसमें सीएए और मुस्लिम एंगल पर भी जांच कर रही थी।