यह घटना दिल्ली के कांस्टिट्यूशनल क्लब इलाके की है। जब खालिद पर हमला हुआ था। जानकारी के मुताबिक, उमर खालिद अपने साथियों के साथ कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के पास बैठा हुआ था। इस दौरान कुछ लोग वहां पहुंचे और उन्होंने उमर की तरफ आने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक आरोपिओं में से एक के पास पिस्टल देखी गई। जिसके बाद वहां के माहौल में हलचल मच गई और फिर आरोपी फायरिंग कर के वहां से फरार हो गए।   

हमलावरों की पहचान नवीन दलाल और दरबेश के रुप में हुई है। यह दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं। घटनास्थल से पिस्टल भी बरामद हुई थी, चार्जशीट के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने उमर खालिद पर इसलिए हमला किया था क्योंकि वो उन्हें एंटी नेशनल मानते हैं। उमर खालिद के भाषणों से दोनों काफी खफा थे। इसे लेकर दोनों आरोपियों में गुस्सा भरा था।

मौके से बरामद हुई देशी पिस्टल में करीब 6 जिंदा कारतूस मिले थे। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास में केस दर्ज कर लिया है। घटना के बाद उमर खालिद ने कहा था कि वह जब चाय पीकर लौट रहा था तो किसी ने पीछे से हमला किया। गला दबाने की कोशिश की, जमीन पर गिरा दिया और बंदूक निकालकर तान दी।