नेशनल डेस्क। राजधानी दिल्ली में दमघोटू प्रदूषण के बीच सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि प्रदूषण के बीच राजनीति नहीं हो सकती है, पराली जलाने से रोकना होगा। ये कोई राजनीतिक लड़ाई का अखाड़ा नही है। आप राजनैतिक तर्कों को साइड रखें। वहीं अदालत ने सख्त होकर कहा कि हम नहीं जानते की आप पराली जलाना कैसे करेंगे। ये राज्य सरकार का काम और इसे रोका जाना चाहिए। लगातार पराली जलाना लोगों के स्वास्थ्य की हत्या के समान है। कोर्ट अगली सुनवाई शुक्रवार को करेगा।

शुक्रवार को होगी अगली सुनवाई

कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि पराली जलाने से रोकने के लिए प्रशासन को आज से ही सतर्क करें साथ ही कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए शुक्रवार का दिन तय किया है। जस्टिस कौल ने पंजाब सरकार को आदेश दिया है कि राज्य में पराली जलाने तुरंत बंद होना चाहिए। दिन पर दिन इससे हालात भयावह होते जा रहे है। बता दें, अदालत का ये फैसला दिल्ली में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के मद्देनजर बेहद अहम है। दिवाली से 8 दिन पहले ही राजधानी की हवा में जहर घुल चुका है। सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 470 था। जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है।  

सुप्रीम कोर्ट का केंद्र सरकार से सवाल

अदातल ने केंद्र सरकार से भी सवाल पूछा कि प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर क्या किया है। जबाव में केंद्र सरकार ने कहा कि इससे निपटने के लिए राज्यों को 3 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। कोर्ट ने कहा कि हमें आंकड़ें नहीं जमीनीं जानकारी चाहिए। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि धान की फसल की जगह मिलेट उगाने को बढ़ावा दिया जा रहा है। अगर आप इस समस्या का निदान अभी नहीं करते हैं तो अगेल साल का इंतजार करिए। अगले साले ये समस्या नहीं होनी चाहिए। अगले ऐसी स्थित पैदा न हो इसके लिए कड़े उपाय करिए। 

25-30 सिगरेट पीने के बराबर है दिल्ली की आबोहवा

बता दें, हर साल दिवाली से पहले राजधानी दिल्ली में प्रदूषण चरम पर होता है। इस साल भी यही हाल है। बीते 8 दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स 400-500 के अंदर बना हुआ है। जो 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। जिसका असर बच्चों से लेकर हर वर्ग के लोगों को हो रहा है। वहीं डॉक्टरों ने प्रदूषण को देखते हुए लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है।