नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट आज अयोध्या मामले में सबसे ऐतिहासिक फैसला सुनाएगा। सुबह साढ़े दस बजे सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ बैठेगी और इसके बाद पीठ इस पर फैसला सुनाएगी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर 2019 को सुनवाई पूरी कर ली थी। जिस माना जा रहा था कि इस पर फैसला 17 नवंबर से पहले आ सकता है। क्योंकि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। इस फैसले पर दुनिया की नजर लगी हुई है। शुक्रवार को ही चीफ जस्टिस ने यूपी के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी से मुलाकात कर कानून व्यवस्था की स्थिति की जानकारी ली थी। फिलहाल पांच जजों के आवास और उनकी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

शुक्रवार को ही चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी राजेन्द्र कुमार तिवारी और डीजीपी ओपी सिंह को तलब किया था और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था के विषय में बातचीत की थी। हालांकि पहले माना जा रहा था कि इस पर फैसला अगले सप्ताह आ सकता है। लेकिन अब सुप्रीम ने आज सुबह साढ़े दस बजे अयोध्या मामले में फैसला सुनाएगा। इस मामले में इस साल 6 अगस्त से लगातार 40 दिनों तक जिरह हुई थी और कोर्ट ने दोनों पक्षों को समय दिया था। जिस पर दोनों पक्षों ने अपने अपने दावे किए। शनिवार को कोर्ट नंबर 1 खोला जाएगा। फैसले के दौरान कोर्ट में केवल इस मामले से जुड़े हुए लोगों को अनुमति दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच इस पर फैसला सुनाएगी।

गौरतलब है कि 16 अक्टूबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर सुनवाई पूरी कर ली थी। इस मामले में फैसला सुनाने से पहले शुक्रवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से मुलाकात की। दोनों अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान चीफ जस्टिस के साथ अन्य जज भी शामिल थे। फिलहाल राज्य में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है। अयोध्या के साथ ही संवेदनशील जिलों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।