सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से किए जा रहे सीजफायर के उल्लंघन और आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की दोहरी नीति अपनाने के कारण दोनों देशों के बीच पिछले कुछ दिनों से लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। तनाव की यह स्थिति अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) की मीटिंग में भी देखने को मिली।

न्यूयॉर्क में सार्क देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें हिस्सा लेने के लिए भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी पहुंची थीं। सुषमा स्वराज अपना भाषण देने के बाद पाक विदेश मंत्री महमूद कुरैशी का भाषण सुने बिना बैठक से निकल गईं।

सुषमा स्वराज की तरफ से तवज्जों नहीं मिलने से पाकिस्तान बौखला गया। इस मीटिंग के दौरान भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज और पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के बीच बातचीत नहीं हुई। इस पर कुरैशी ने नाराजगी जाहिर की है।

कुरैशी ने कहा, 'अगर हम इस मंच से कुछ चाहते हैं तो हमें आगे बढ़ना होगा लेकिन यह क्या तरीका है? मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि अगर सार्क की प्रगति में कोई बाधक है तो वह एक देश का रवैया है।' उन्होंने कहा, 'हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई।'

 

सुषमा स्वराज का नाम लिए बिना कहा कि वह बीच में ही चली गईं, मैंने उनका बयान सुना, उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग की बात की। क्षेत्रीय सहयोग कैसे संभव है, जब हर कोई बैठकर एक-दूसरे की बात सुन रहा है और आप उसे ब्लॉक कर रहे हो।'

इससे पहले सुषमा स्‍वराज ने सार्क मीटिंग के दौरान अपने भाषण में आतंकवाद के खात्मे के लिए साथ काम करने की बात पर जोर दिया। उन्‍होंने कहा, 'हमारे लोगों के आर्थिक विकास, प्रगति और क्षेत्रीय सहयोग के लिए शांति और सुरक्षा का माहौल बेहद जरूरी है।'