अनुदेशकों का आरोप है कि सरकार की ओर से मानदेय बढ़ाए जाने के बाद भी उन्‍हें योगी सरकार बढ़े हुए मानदेय की राशि नहीं दे रही है जो 17000 होनी चाहिए। 17 से 18 महीने होने के बाद भी उनका बढ़ा हुआ मानदेय नहीं दिया गया।


ये टीचर शिक्षक दिवस पर मुंडन कराकर पूरे प्रदेश के 75 जिलों में विरोध जता रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे पुरुष और महिला टीचरों ने सरकार को 9 तारीख का अल्‍टीमेटम दिया है। सरकार ने उनकी बात नहीं मानीं, तो 10 तारीख को यूपी के मुखिया योगी आदित्‍यनाथ के आवास पर जाकर ब्रह्मभोज का कार्यक्रम भी करेंगे।


अपनी मांग को लेकर महिला टीचरों ने अपनी चोटी कटवा कर विरोध जताया। उनका कहना है कि चोटी औरत का श्रृंगार होता है और वे अपना श्रृंगार उतारकर विरोध जता रही हैं। 


प्रदेश में ऐसे 31000 अनुदेशक हैं, जो 8,470 रुपए मानदेय पर सेवा दे रहे हैं। इन अनुदेशकों की आर्थिक हालात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।