कर्नाटक में चल रहे सियासी घमासान के बीज भारतीय जनता पार्टी ने गोवा में भी कांग्रेस के विधायकों को तोड़ दिया है। कांग्रेस के दस विधायक सत्ताधारी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इस आधार पर अब बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है।  

पिछले छह दिनों से कर्नाटक का सियासी ड्रामा चल रहा है। वहां पर कांग्रेस और जेडीएस की सरकार पर संकट मंडरा रहा है। कर्नाटक  में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हो रहा है क्योंकि कांग्रेस के 11 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन इसी बीच बीजेपी ने गोवा में भी  अपना ऑपरेशन लोटस शुरू कर दिया।

जिसके बाद राज्य के 10 कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। अब राज्य में कांग्रेस के महज पांच विधायक ही बचे हैं जबकि बीजेपी के विधायक 27  हो गए हैं। राज्य में बीजेपी की सरकार निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के समर्थन से चल रही है। बीजेपी द्वारा कर्नाटक में  झटका देने के बाद गोवा में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।

बुधवार को कांग्रेस के 10 विधायक अचानक विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर से मिलने पहुंचे। इसके बाद सभी ने बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया। फिलहाल राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 17, कांग्रेस के 15, जीपीएफ के 3, एमजीपी का एक, एनसीपी के दो और 2 निर्दलीय विधायक हैं।

कांग्रेस के दस विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद उसके विधायकों की संख्या 27 हो गयी है। ऐसा माना जा रहा है कि आज दस विधायक पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। कांग्रेस के बागी विधायकों को सीएम प्रमोद सावंत ने बीजेपी में शामिल कराया। सावंत ने बाद में पत्रकारों से कहा कि विधायक बिना किसी शर्त के बीजेपी में शामिल हुए हैं और विधायक अपने इलाकों के विकास को ध्यान में रखते हुए बीजेपी में आए हैं।

बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में नेता प्रतिपक्ष कावलेकर के अलावा बाबूस मोनसेरात, उनकी पत्नी जेनिफर मोनसेरात, फ्रांसिस सिल्वरिया, फिलिप नेरी रॉड्रिक्स, नीलकांत हालरंकर, क्लियोफेसियो दियाज़, विलफ्रेड डीज़ा वह इसीडोर फर्नांडिस व अलेक्सियो लॉरेंसको शामिल है। वहीं अब कांग्रेस में प्रताप सिंह राणे, रवी नाईक, दिगंबर कामत, लुज़ियन्हो फलेरियो व रैगिनाल्द ही बचे हैं।