चुनाव आयोग लोकसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कई तरह के जागरुकता अभियान चला रहा है। उधर, आतंकी संगठन कश्मीर घाटी में लोगों को वोटिंग न करने के लिए धमका रहे हैं। आतंकियों ने धमकी दी है कि अगर घाटी में बैलेट तक गए तो बुलेट खानी पड़ेगी।  

11 अप्रैल से लोकसभा चुनावों में मतदान की शुरुआत हो रही है। इससे ठीक पहले आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू और अंसार गजवत उल हिंद के जाकिर मूसा के ऑडियो टेप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया का बहिष्कार करने की धमकी दी गई है। इन ऑडियो में कुछ कश्मीरी नेताओं का नाम लिया गया है और उन्हें ‘दिल्ली की कठपुतली’ बताया गया है।

हिजबुल के कमांडर रियाज नायकू को इस बात का डर है कि कहीं चुनाव के बाद केंद्र में मोदी सरकार सत्ता में लौटी तो उसके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। वह पहले ही अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा है। क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ मौजूदा सरकार ने कड़ा रुख अपना रखा है। यही वजह है कि वह चुनावों में लोगों की भागीदारी से निराश है। वह लोगों  को धमकाते हुए कहा रहा है कि अगर कोई वोट डालता है तो ‘जम्मू-कश्मीर पर भारत की पकड़ मजबूत हो जाएगी’, इसलिए ऐसा करने वाले लोग ‘गद्दार’ कहलाएंगे।

कश्मीर के लोगों को धमकाते हुए नायकू ने कहा है कि उसका संगठन ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है जो चुनाव प्रक्रिया में शामिल हैं और यह लड़ाई जारी रहेगी। 

हालांकि सुरक्षा बलों ने अभी इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि आतंकी हमेशा से चुनाव का बहिष्कार करते रहे हैं। वे यह नहीं चाहते कि घाटी की आवाम लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हो। 

नायकू का यह ऑडियो 15 मिनट 54 सेकेंड लंबा है। इसमें वह कह रहा है कि उसे विकास से कोई लेनादेना नहीं है, उसका राबता कश्मीर विवाद से है। भारत यह स्वीकारने को तैयार नहीं है। 1947 से नेता कश्मीर मुद्दे को हल करने की बात कहते रहे हैं लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। ‘यह मायने नहीं रखता कि कौन सी पार्टी से कौन सा नेता जुड़ा है या उसकी क्या विचारधारा है। वोटिंग से हमारी समस्याएं हल नहीं होंगी।’

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन पर तंज कसते हुए नायकू ने उन्हें ‘भारत का एजेंट’ बताया। कहा, भारत की तरफ झुकाव रखने वाले जम्मू—श्मीर के नेता सत्ता में आने पर नई दिल्ली की भाषा बोलते हैं। जब ये लोग सत्ता में नहीं होते तो कश्मीरियों की भाषा बोलने लगते हैं। 

नायकू ने शेख रशीद और शाह फैसल का नाम लेते हुए कहा कि दोनों कश्मीरियों को बेवकूफ न बनाएं। नायकू ने आईएएस से नेता बने शाह फैसल पर भी निशाना साधा है। ऑडियो में उसने कहा, ‘तुम क्यों कश्मीर के दूसरे शेख अब्दुल्ला बनना चाह रहे हो? तुम क्यों कश्मीर में मुख्यधारा की राजनीति शुरू करने के मिशन पर हो?’ नायकू ने फैसल और उसकी साथी शेहला रशीद पर कश्मीर के लोगों में कन्फ्यूजन का बीज बोने का आरोप लगाया है। 

उधर, जम्मू-कश्मीर में आईएसजेके के मुखौटा कहे जाने वाले अंसार गजवत उल हिंद के कमांडर जाकिर मूसा ने कश्मीर के लोगों को चुनाव से दूर रहने की धमकी दी है। मूसा की ओर से जारी धमकी भरे ऑडियो में कहा गया है, ‘कश्मीरियों को चुनावों से दूर रहना चाहिए।’ एक दूसरी ऑडियो क्लिम में मूसा कहता है, ‘कुछ लोग हैं, जो आपको बरगलाने की कोशिश करेंगे, आपको वोट डालने के लिए कहेंगे।’