महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई में सरकार के गठन के करीब एक महीने के बाद आज ठाकरे सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो रहा है। हालांकि कैबिनेट विस्तार को लेकर काफी लंबे समय से चर्चा चल रही थी, लेकिन तीनों दलों के बीच विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा था। सभी दलों को मलाईदार विभाग चाहिए थे। हालांकि बताया जा रहा है कि कांग्रेस अभी भी विभागों के बंटवारे को लेकर नाराज चल रही है।
मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार का आज कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है। ये ठाकरे सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार है। हालांकि विभागों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस नाराज है। लेकिन आज होने वाले विस्तार पर सबकी नजर एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार पर रहेगी। क्योंकि माना जा रहा है कि एनसीपी कोटे से अजीत पवार को कैबिनेट में शामिल कर उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई में सरकार के गठन के करीब एक महीने के बाद आज ठाकरे सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो रहा है। हालांकि कैबिनेट विस्तार को लेकर काफी लंबे समय से चर्चा चल रही थी, लेकिन तीनों दलों के बीच विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा था। सभी दलों को मलाईदार विभाग चाहिए थे। हालांकि बताया जा रहा है कि कांग्रेस अभी भी विभागों के बंटवारे को लेकर नाराज चल रही है।
आज होने वाले कैबिनेट विस्तार में सबसे नजर अजीत पवार पर है। क्योंकि माना जा रहा है कि पवार को एनसीपी कोटे से कैबिनेट मंत्री के साथ ही उपमुख्यमंत्री बनाय जा सकता है। अजीत पवार राज्य में दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी और उस वक्त महज छह मंत्रियों ने कैबिनेट की शपथ ली थी। तीन दलों में हुए समझौते के मुताबिक कैबिनेट में शिवसेना के 16, एनसीपी के 14 और कांग्रेस पार्टी के 12 मंत्री होंगे।
राज्य में पहली बार ठाकरे परिवार से कोई मुख्यमंत्री बना रहा है। जबकि इससे पहले तीन बार महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री बन चुका है। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे शिवाजी पार्क में 28 नवंबर को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ थी और उस वक्त तीन दलों के दो दो मंत्रियों ने शपथ ली थी। गौरतलब है कि नियमों के मुताबिक ठाकरे कैबिनेट विस्तार में आज करीब 36 मंत्री शपथ ले सकते हैं।
Last Updated Dec 30, 2019, 7:43 AM IST