भोपाल: राज्य में पूर्व की कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार में किसान कर्ज माफी में बड़ा घोटाला हुआ था। राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार का दावा है कि राज्य में पूर्व कमलनाथ सरकार के दौरान किसान कर्ज माफी में बड़ा घोटाला हुआ था। वहीं भाजपा सरकार का कहना है कि इसके लिए जांच कराने की जरूरत है। फिलहाल राज्य में मंत्रियों का समूह इसकी जांच कर रहा है। 

राज्य की शिवराज सिंह सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दावा है कि राज्य में कमलनाथ सरकार के दौरान बड़े घोटाले हुए थे और इसमें किसानों की। कर्ज माफी के लिए राज्य सरकार ने जो फैसले किए थे उसमें भी घोटाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि पू्र्व की सरकार के दौरान किसान कर्ज माफी के नाम पर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने की आशंका जताई है। मिश्रा ने कहा कि ये सदी का सबसे बड़ा घोटाला हो सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को किसान कर्ज माफी के सर्टिफिकेट दिए गए थे लेकिन उसके बावजूद किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ।

इन सर्टिफिकेट में मुख्यमंत्री कमलनाथ के हस्ताक्षर थे और उसके बावजूद राज्य में किसानों को ठगा गया और उनके कर्ज माप नहीं हुए। उन्होंने कहा कि किसान कर्ज माफी घोटाले की जांच ग्रुप ऑफ मिनिस्टर कर रहा है और आशंका है कि इसमें बड़े घोटाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच के बाद तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

उनके मुताबिक राज्य में महज दो जिलों में किसानों के कर्ज माफ हुए थे। ये जिले हैं झाबुआ और छिंदवाड़ा और इन दो जिलों के अलावा राज्य में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ था और राज्य की कांग्रेस सरकार ने किसानों के साथ बड़ा घोटाल किया है और उन्हें धोखा दिया है। उधर भाजपा के इस आरोप के बाद कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जांच के लिए तैयार है और भाजपा बदला लेने की मंशा से ऐसा कर रही है।