नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने अमेरिका को ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मौजूद होने की जानकारी देने वाले विग्रेडियर को फांसी पर लटका दिया है। बिग्रेडियर के साथ ही एक रिटायर ले.जनरल को भी  14 साल की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान सरकार ने ये फांसी देश की खुफिया जानकारी विदेशों को देने के आरोप में दी है।

हालांकि अभी तक पाकिस्तान ने इस मामले में पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है। क्योंकि आम तौर पर पाकिस्तान सेना का आईएसपीआर विभाग इस तरह के मामलों में प्रतिक्रिया देता है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के ब्रिगेडियर राजा रिजवान को देश के कुछ अहम राज विदेशी ताकतों को लीक करने के आरोप में फांसी की सजा दी गई है। राजा रिजवान के साथ ही एक नागरिक को भी फांसी की सजा दी गई है। जबकि पाकिस्तान सेना के ले.जनरल के पद से रिटायर हुए अफसर को भी इसी मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई है।

फिलहाल पाकिस्तान सेना और सरकार इस मामले में कई तरह की जांच कर रही है। क्योंकि सरकार का मानना है कि पाकिस्तानी सेना में विदेशी गुप्तचर एजेंसियों की सेंध लग चुकी है। हालांकि ये मामला किसी के प्रकाश में नहीं आता क्योंकि राना रिजवान के परिवार वालों ने उनकी गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और वह कई माध्यमों के जरिए इसकी जानकारी सरकार से मांग रहे थे। लेकिन पाकिस्तान ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी है।

बताया जा रहा है कि खुफिया जानकारी लीक करने के आरोपी ब्रिगेडियर ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख से दोषमुक्त करने की अपील की थी लेकिन सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने उनकी अपील को खारिज कर दिया है। राना के साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल जावेद इकबाल सहित एक नागरिक का कोर्ट मार्शल किया गया था। जिसमें राना रिजवान और नागरिक को फांसी की सजा और जावेद इकबाल को 14 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।

पाकिस्तानी मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिगेडियर‌ राजा रिजवान ने ही ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में छिपे होने की खबर अमेरिका तक दी थी। इसके बाद अमेरिकी सील कमांडोज़ ने एक‌ सीक्रेट ऑपरेशन में मार गिराया था। जब उन्होंने ये जानकारी अमेरिका को दी थी तो वह विदेश में तैनात थे।