लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से पहले ही उत्तर प्रदेश की सियायत सांड और नंदी पर गर्मा गयी है। कल अखिलेश यादव के सांड के बयान के बाद आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में बूचड़खानों को चलाने वालों को नंदी बाबा सबक सिखाने वाले थे। उधर मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह सांड के जरिए गठबंधन का प्रचार रोकने की कोशिश कर रही है।

असल में आज योगी का बयान एसपी प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान के बाद आया है। जिसमें अखिलेश ने योगी की रैली के दौरान एक सांड के घुसने के बाद तंज कसा था। अखिलेश ने कटाक्ष कसते हुए कहा था कि सांड शायद शिकायत करने आया था। वहीं एक दिन पहले कन्नौज में एसपी-बीएसपी-आरएलडी की रैली के दौरान एक सांड ने जमकर उत्पात मचाया था। इसके कारण अखिलेश यादव का हेलीकॉप्टर 15 मिनट हवा में अटका रहा।

वहीं सीएम योगी की रैली में एक सांड हेलिपैड में घुस गया था। इसका विडियो सोशल मीडिया में वायरल क्या हुआ। विपक्षी दलों को योगी सरकार को घेरने का मौका मिल गया। अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर तंज कसा तो इस मामले में योगी कैसे पीछे रहते। उन्होंने अखिलेश के बयान के बाद कहा कि नंदी बाबा उन लोगों को सबक सिखाने के लिए रैली में पहुंचे थे, जिन्होंने राज्य में अवैध बूचड़खाने संचालित करने वालों को संरक्षण दिया हुआ था।

हालांकि योगी ने किसी पार्टी या व्यक्ति का नाम नहीं लिया। फिलहाल चुनावी रैलियों में सांड को लेकर सियासत होने लगी है। शनिवार को ही अखिलेश यादव ने एक सांड का वीडियो ट्वीट किया। इस में अखिलेश ने लिखा कि 'ये सांड पशुओं और किसानों की ओर से ज्ञापन लिए घूम रहा है, लेकिन ये बेचारा गलत जगह आ गया। उधर यूपी के ही जालौन में भी बीएसपी प्रमुख मायावती ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह गठबंधन को प्रचार के लिए रोकने की कोशिश कर रही है। कन्नौज में हेलीपैड पर सांड को छोड़ा गया और हरदोई में भी ऐसा ही किया गया।