प्रियंका गांधी नागरिकता संसोधन कानून को लेकर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन के लिए आई थी। हालांकि उस दिन कांग्रेस का स्थापना दिवस भी था। लेकिन प्रियंका ने पार्टी दफ्तर में स्थापना दिवस मनाने के बाद नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे पूर्व आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी के घर जाने का फैसला किया।
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखनऊ दौरे के दौरान ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई थी और वह बगैर हेलमेट पहनकर एक्टिवा से नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे एसआर दारापुरी के घर गई थी। इसके बाद लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने द्वारा बिना हेलमेट के एक्टिवा पर सवारी करने पर वाहन स्वामी राजदीप सिंह का चाला का 6100 रुपये का चालान कटा था।लेकिन अब राजदीप सिंह ने ट्रैफिक पुलिस को चालान भर दिया है। हालांकि कांग्रेस नेता ने इसे मुद्दा बताते हुए चंदा मांगने का फैसला किया था।
प्रियंका गांधी नागरिकता संसोधन कानून को लेकर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन के लिए आई थी। हालांकि उस दिन कांग्रेस का स्थापना दिवस भी था। लेकिन प्रियंका ने पार्टी दफ्तर में स्थापना दिवस मनाने के बाद नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे पूर्व आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी के घर जाने का फैसला किया। हालांकि सीआईएसएफ की लिस्ट में प्रियंका गांधी का ये कार्यक्रम नहीं था और न ही उत्तर प्रदेश पुलिस की लिस्ट में।
लिहाजा सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें कहीं और जानेको मना किया था। लेकिन प्रियंका ने सभी नियमों को तोड़ते वहां जाने का फैसला किया। हालांकि इस दौरान प्रियंका पैदल की चलने लगी तो एक कांग्रेस नेता राजदीप से उनकी एक्टिवा मांगी और वह बगैर हेलमेट और नंबर प्लेट के एक्टिवा को चलाकर दारापुरी के घर पहुंची। इस दौरान उन्होंने न तो कांग्रेस नेता ने और न ही प्रियंका गांधी ने हेलमेट लगाया था। जबकि ट्रैफिक नियमों के मुताबिक हेलमेट लगाया जाना जरूरी है।
हालांकि चालान काटने के बाद राजदीप को कांग्रेस पार्टी ने चालान जमा करने का भरोसा दिया था लेकिन बाद में जनता से पैसे मांगकर चालान जमा करने की बात कही। लेकिन अब राजदीप सिंह ने चालान खुद जमा कर दिया है। उनका कहना है वह प्रियंका गांधी के कार्य से खुश हैं। उनका कहना है कि वह कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं हैं।
Last Updated Jan 2, 2020, 9:10 AM IST