कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार पर सियासी संकट बरकरार है। आज दिनभर चली गहमागहमी के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही कल 11.30 बजे तक के लिए टाल दी है। हालांकि भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पर कुमारस्वामी सरकार को बचाने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के फैसले के विरोध में आज विधानसभा के भीतर धरना देगी।

फिलहाल राज्य में सियासी ड्रामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। क्योंकि आज दिनभर सदन में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने आज सदन में विश्वासमत का प्रस्ताव पेश किया है। लेकिन विधायकों के समर्थन की वोटिंग नहीं की गयी। कांग्रेस उधर अपने बागी विधायकों को मनाने का कोशिश करती रही।

लेकिन उसे सदन में समर्थन नहीं मिल पाया। आज 16 विधायकों के साथ ही तीन अन्य विधायक विधानसभा की कार्यवाही से गायब रहे। जिसको लेकर कुमारस्वामी सरकार में और संकट बढ़ गया है। आज दिन भर सदन में काफी हंगामा होता। जिसके बाद आज विधानसभा अध्यक्ष ने कर्नाटक विधानसभा कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

इसके बाद भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ रातभर सदन में धरने में बैठने का फैसला किया है। आज सदन में कांग्रेस और जेडीएस के कुल विधायकों की संख्या 98 तक पहुंच गयी थी। उधर आज पूरे सियासी ड्रामे के बीच राज्यपाल वजुभाई वाला ने विधानसभा अध्यक्ष से सदन में विश्वास प्रस्ताव आज ही कराने को कहा।

ये राज्यपाल का ये संदेश विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने सदन में पढ़कर सभी को सुनाया। रमेश कुमार ने कहा कि राज्यपाल ने निर्देश नहीं दिया है, इच्छा जताई है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने राज्यपाल के निर्देश नहीं माना और विधानसभा की कार्यवाही कल 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।

जिसके कारण आज सदन में विश्वासमत पर वोटिंग नहीं हो सकी है। कल फिर एचडी कुमारस्वामी सदन में दोबारा 11.30 बजे दोबारा विश्वासमत प्रस्ताव लाएंगे। इसके बाद वोटिंग हो सकती है। वहीं भाजपा नेता पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने विधानसभा में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अगर सभी को समय दें. चाहे रात के 12 ही क्यों न बज जाएं तो वोटिंग हो सकती है।