केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक पर कानून बनाने के बाद भी ट्रिपल तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश में फैली इस कुप्रथा को सरकार ने खत्म तो कर दिया। लेकिन मुस्लिम समाज अभी इसे खत्म करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। लिहाजा आए दिन तीन तलाक के लिए थानों में रिपोर्ट दर्ज हो रही है। फिलहाल ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है।
लखनऊ। भले ही देश में तीन तलाक पर प्रतिबंध लग लगा है। ये कुप्रथा देश में अभी भी जारी है। वहीं तीन तलाक में ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं। जहां पर लोग कोख में बिटिया होने के कारण महिलाओं को तीन तलाक दे रहे हैं। इसके बाद महिला ने थाने में जाकर पति और ससुराल के नौ लोगों के खिलाफ तीन तलाक का मामला दर्ज किया है।
केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक पर कानून बनाने के बाद भी ट्रिपल तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश में फैली इस कुप्रथा को सरकार ने खत्म तो कर दिया। लेकिन मुस्लिम समाज अभी इसे खत्म करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। लिहाजा आए दिन तीन तलाक के लिए थानों में रिपोर्ट दर्ज हो रही है। फिलहाल ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है। जहां एक पत्नी को उसके पति ने इसलिए तीन तलाक दे दिया।
क्योंकि पत्नी के गर्भ में बच्ची थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद महिला ने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें पति के साथ ही उसके परिवार पर आरोप लगाया है। तीन तलाक का मामला होने के बाद पुलिस ने इस मामले को दर्ज कर लिया है। केन्द्र सरकार द्वारा इसे कानून बनाने के बाद भी तीन तलाक के मामलों में कमी नहीं है। हालांकि मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकार के बारे में जानकारी होने लगी है और वह इस कुप्रथा के खिलाफ जमकर लड़ रही हैं।
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फनगर की एक महिला का निकाह तीन साल पहले हुए था। लेकिन इस दौरान उसने दो बेटियों को जन्म दिया। लेकिन तीसरी बार गर्भ धारण करने पर ससुराल वालों ने महिला पर दबाव बनाकर प्रसव से पहले परीक्षण के लिए बाध्य किया गया था। लेकिन जब उसके पति गालिब को इसकी जानकारी हुई कि महिला के गर्भ में बच्ची है तो उसने अपनी पत्नी पर गर्भपात के लिए दबाव डाला। लेकिन पत्नी के मना करने पर पुरूष ने उसे तीन तलाक दे दिया। पुलिस के मुताबिक महिला ने गालिब के साथ ही ससुराल वालों के नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
Last Updated Nov 15, 2019, 8:27 AM IST