मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा-शिवसेना के बीच अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। सीटों के बंटवारे के लिए पांच फार्मूले सुझाए गए थे। लेकिन शिवसेना ने किसी में भी हामी नहीं भरी है। शिवसेना राज्य में 50-50 के फार्मूले के आधार पर टिकट चाहती है ताकि चुनाव के बाद सीएम की कुर्सी पर वह दावा कर सके।

महाराष्ट्र में अगले महीने चुनाव होने हैं और अभी तक भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। जिसको लेकर दोनों दलों के नेता परेशान हैं। क्योंकि कौन सी सीट किसके खाते में आएगी ये तय नहीं है। लिहाजा स्थानीय स्तर पर नेता प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि ये माना जा रहा है कि आज कल में सीटों का बंटवारा हो जाएगा। 

असल में भाजपा शिवसेना को ज्यादा सीट देने के पक्ष में नहीं है। क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा था। लिहाजा भाजपा को लग रहा है कि अगर वह ज्यादा सीटों पर लड़ती है तो वह ज्यादा सीटें जीत सकती है।

पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने अलग अलग चुनाव लड़ा था। जिसके तहत भाजपा 122 सीटों पर जीती थी। लिहाजा भाजपा इस बार भी 288 सीटों पर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है। वहीं शिवसेना भाजपा को गठबंधन धर्म की याद दिला रही है।

असल में शिवसेना भी जानती है कि भाजपा के साथ चुनाव लड़कर उसे फायदा ही होगा।  शिवसेना का कहना है कि लोकसभा चुनाव में 50-50 का फार्मूले लागू किया गया था और विधानसभा चुनाव के लिए भी इसी फार्मूले को लागू किया जाना चाहिए। वहीं राज्य में करीब एक दर्जन सीटें हैं जिसमें भाजपा और शिवसेना दावा नहीं छोड़ना चाहती है।

भाजपा का कहना है कि 170-118 के आधार पर चुनाव लड़ा जाए। ये एक तरह से लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया गया फार्मूला है। ऐसा माना जा रहा जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 26 सितंबर को मुंबई जाएंगे और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलकर निर्णायक बात करेंगे।