उत्तर प्रदेश के कन्नौज से एक बड़ी दिल दहला देने वाले घटना सामने आ रही है। जहां एक मां ने अपने सात महीने को बच्चे इसलिए मार दिया क्योंकि उसके पास दूध के पैसे नहीं थे और वह अपने बच्चे को भूख से तड़पता नहीं दे सकी। फिलहाल महिला ने बच्चे को मारने का जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस का कहना है कि बच्चे का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद से कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक कन्नौज जिले के छिबरामऊ कस्बे की बिरतिया मोहल्ले की रहने वाली रूखसार ने पहले सात महीने के बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी। क्योंकि उसके पास बच्चे के दूध के लिए पैसा नहीं था और वह अपने भूखे बच्चे को दूध नहीं पिला सकी। उसकी चीखों से तंग आकर उसने बच्चे का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली और बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक रूखसार का पति मुंबई में काम करता है। उसके तीन बच्चे हैं। लेकिन पिछले चार-पांच महीने पहले रूखसार का अपने पति से फोन पर विवाद हो गया था। जिसके बाद उसने रूखसार को पैसे भेजने बंद कर दिए। जिसके बाद घर का खर्च चलाने के भी पैसे भी नहीं थे।

यही नहीं रूखसार के एक बच्चे की पिछले दिनों तबीयत खराब हो गयी थी। जिसमें उनसे घर का सामान और अपने जेवर बेचकर इलाज कराया। जिसके बाद वह पाई पाई के लिए तरस गयी। घर में खाने के लिए अन्न का दाना नहीं था। जैसे तैसे बच्चे आस पड़ोस से मांग कर खाना खा लेते थे। लेकिन सात महीने के बच्चे के लिए दूध नहीं था और न पैसे।

लिहाजा भूख से तिलमिलाते हुए बच्चे की चीख रूखसार से नहीं सुनी गयी और उसने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। छिबरामऊ थाने के इंस्पेक्टर बलराम मिश्रा के अनुसार बच्चे का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद से ही इस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उनके मुताबिक रूखसार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

रूखसार द्वारा बच्चे की  हत्या किए जाने का राज उसके छोटे बेटे ने खोला। उसने पड़ोसियों को बताया कि मां ने बच्चे को गला दबाकर मार दिया है। क्योंकि रात में जब बच्चा सोया तो वह सुबह तक उठा नहीं और इसके बाद पड़ोसियों ने पूछताछ की तो बच्चे ने बताया की उसकी लगा दबाकर हत्या कर दी गयी है।