लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन नहीं होने की स्थिति में अपने पूर्व सहयोगी दलों को हराने संबंधी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बयान से शिवसेना भड़क गई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ है।

भाजपा अध्यक्ष के बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा ‘मैंने किसी से ‘पटक देंगे’ जैसे शब्द सुने हैं। शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ।’ शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की सरकारों में भाजपा की सहयोगी है। हालांकि दोनों दलों के बीच कुछ समय से रिश्ते काफी खराब हो चुके हैं। 

ठाकरे यहां वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, ‘शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी है।’

उन्होंने कहा कि भाजपा से उलट, शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते हैं। ठाकरे ने कहा, ‘हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका।’ 

उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

वहीं उद्धव ठाकरे के राम मंदिर वाले बयान पर भाजपा महासचिव राम माधव ने पलटवार करते हुए कहा, 'हमने बार-बार राम मंदिर के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है कि कानूनी प्रक्रिया शीघ्रता से आगे बढ़े, लेकिन कांग्रेस न्यायिक प्रक्रिया को रोकने की कोशिश कर रही है।'

इससे पहले, 10 फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर भाजपा पर हमला करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 'यदि आप वाकई में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की मदद करना चाहते हैं तो फिर आप 8 लाख सलाना कमाई करने वालों को इनकम टैक्स के दायरे से बाहर क्यों नहीं रखते? आपने आरक्षण दिया लेकिन क्या आपने आरक्षण को लागू करने के उपायों के बारे में सोचा?'