वेदांती ने कहा कि उन्हे पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की घोषणा करेंगे। देश के संतों को विश्वास है कि भाजपा सरकार ही रामलला के मंदिर का निर्माण करेगी, क्योंकि कांग्रेस ने कभी मंदिर निर्माण की बात नहीं कही।
सम्भल— राम मंदिर को लेकर जहां देश में राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है। राम मंदिर को लेकर पूरे देश का माहौल गर्म है वहीं रामजन्मभूमि न्याय के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है। वेदांती ने कहा, 'दिसंबर में राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा वो भी अध्यादेश के बिना और आपसी समझौते के आधार पर। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा और लखनऊ में एक मस्जिद का निर्माण किया जाएगा।'
भाजपा के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने कहा है कि वर्ष 2019 से पहले ही आगामी दिसम्बर में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
सम्भल में आयोजित कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने आये वेदांती ने कल रात संवाददाताओं से कहा ‘‘मैं चाहता हूं कि छह दिसम्बर से पहले मंदिर का निर्माण शुरू हो जाए। जो परिदृश्य दिखाई दे रहा है, उसके अनुसार इसी माह समझौते का कुछ आधार निश्चित हो जाएगा। हम दिसम्बर में कभी भी मंदिर का निर्माण शुरू कर देंगे। हम 2019 नहीं लगने देंगे।’’
उन्होंने कहा कि देश की जनता, संत समाज, हिन्दू-मुस्लिम सभी इस समस्या का समाधान चाहते हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की घोषणा करेंगे। देश के संतों को विश्वास है कि भाजपा सरकार ही रामलला के मंदिर का निर्माण करेगी, क्योंकि कांग्रेस ने कभी मंदिर निर्माण की बात नहीं कही।
Construction of Ram Temple will begin in December. Without an ordinance and on the basis of mutual agreement, Ram temple will be constructed in Ayodhya and a masjid will be constructed in Lucknow: Ram Vilas Vedanti, President of Ram Janambhoomi Nyas pic.twitter.com/nasrd2HWX6
— ANI UP (@ANINewsUP) November 3, 2018
वेदांती ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मंदिर निर्माण के लिये अध्यादेश लाया जाए या कानून बनाया जाए, लेकिन यह जोर-जबरदस्ती वाली बात होगी। अगर आपसी सद्भावना से हिंदू-मुसलमान आपस में बैठकर निर्णय कर लें तो इससे अच्छा समाधान कोई नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि देश को साम्प्रदायिक दंगों से बचाने के लिए सद्भावना के आधार पर राष्ट्र के सभी वर्ग के लोग आपस में बैठकर निर्णय करें, जिससे अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो जाए।
Last Updated Nov 18, 2018, 10:25 PM IST