नई दिल्ली।  छह साल पहले दिल्ली के विकासपुरी के चंद्रविहार के रहने वाले कमल ने सोचा भी नहीं था कि एक फिल्म उसकी जिंदगी को बदल देगी और एक दिन वह दुनिया के सबसे बड़े डांस स्कूल में दाखिला लेगा। जहां वह पूरे देश और दुनिया के लिए मिसाल बनेगा। क्योंकि इस डांस स्कूल में अभी तक कोई अन्य छात्र नहीं पहुंच सका है। महज 20 साल का कमल इंग्लिश नेशनल बैले स्कूल, लंदन में चुना जाने वाला पहले भारतीय है और अब  वह यहां डांस के नए गुर सिखेगा।

 जानकारी के मुताबिक 6 साल पहले विकासपुरी के पास चंद्र विहार में रहने वाले कमल ने 'एबीसीडी' फिल्म देखी। ये फिल्म कुछ डांसर पर आधारित थी। इसके बाद कमल की जिंदगी बदल गई और उसने डांस को ही अपनी जिंदगी और कैरियर बनाने का फैसला किया और ये सफर रूस से होते हुए लंदन तक पहुंच गया है। एक ई रिकशा चालक के बेटे ने कमाल दिखाया है और वह लंदन के इस बड़े संस्थान तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बने हैं। कमल के पिता ई-रिक्शा चालक हैं और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है।  ऐसे में कमल को बैले जैसी डांस फॉर्म सीखा पाना काफी मुश्किल था। मगर अपने लगन का पक्का कमल इस दिशा में आगे बढ़ता चलता गया और उसके रास्ते अपने  आप बनते गए।

मगर कमल के गुरु फर्नांडो अगलेरा ने भी कमल का हाथ नहीं छोड़ा और कमल ने अपने गुरु के मार्गदर्शन में डांस के गुर सिखने शुरू किए। बताते हैं कि कमल को इंग्लिश नेशनल बैले स्कूल लंदन में दाखिला मिल गया है और यहां पर एक साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद वह प्रोफेशनल बैले डांस की दुनिया में अपना कदम रख सकेगा। बताते हैं कि कमल ने इंटरनेट पर फर्नांडो अग्लेरा को काफी सर्च किया और उनका पता चल सका। इसके बाद फ्री ट्रायल के बाद कमल का डांस स्कूल में सिलेक्शन हुआ। वहीं कमल के गुरु फर्नांडो का कहना है कि कमल शुरू से ही प्रतिभाशाली और अनुशासित स्टूडेंट थे  और कमल के घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने स्कूल की ओर से उन्हें स्कॉलरशिप दिया दी।