नई दिल्ली। प्याज की कीमतों में एक बार फिर उछाल देने को मिल रहा है। राजधानी दिल्ली के साथ ही देश के कई राज्यों में प्याज की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसके बाद लोगों ने सरकार को एक बार फिर घेरना शुरू कर दिया है। उधर केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान का कहना है कि बाढ़ के कारण प्याज की फसल बर्बाद हो गई। जिसके कारण कीमतों में उछाल आ रहा है। हालांकि सरकार कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि पिछले कुछ दिनों से प्याज की कीमतों में नीचे आई थी। लेकिन एक बार फिर कीमतों में तेजी से इजाफा हो रहा है। बाजार में प्याज एक बार फिर 80 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा की कीमत पर बिक रहा है। जिसके कारण आम आदमी के रसोई का बजट बिगड़ रहा है। हालांकि दो महीने पहले प्याज की कीमतों में तेजी आई। इसकी कीमत 100 प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकी थी। जिसके बाद सरकार ने अन्य देशों से प्याज आयात कर कीमतों में नियंत्रण लगाने की कोशिश की थी। हालांकि सरकार का कहना है कि डिमांड और सप्लाई में संतुलन नहीं होने के कारण कीमतें बढ़ीं।

क्योंकि कई राज्यों में बाढ़ के कारण प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। जिसका असर बाजार में इसकी कीमतों में देखने को मिल रहा है। केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने उम्मीद जताई है कि इस महीने के आखिर तक प्याज की कीमत कम हो जाएगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों प्याज की बढ़ती कीमत को देखते हुए अफगानिस्तान ने भारत को प्याज का निर्यात किया था। जिसके कारण पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में प्याज की कीमतों में लगाम लगाने में मदद मिली थी।

फिलहाल इस समय दिल्ली-एनसीआर में प्याज 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। पासवान ने कहा कि देश में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने प्याज निर्यात को पूरी तरह से बंद किया। यही नहीं इसके साथ ही 57,000 टन प्याज का बफर स्टॉक भी तैयार किया। फिलहाल सरकार अफगानिस्तान, तुर्की, मिस्र और कुछ दूसरे देशों से प्याज आयात करने पर विचार कर रही है।