चंडीगढ़।  राज्य में कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू फिर राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में एंट्री हो सकती है। बताया जा रहा है कि सिद्धू को लेकर कैप्टन मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। क्योंकि सिद्धू  कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं और राज्य में चर्चा है कि वह आम आदमी पार्टी में जा सकते हैं। लिहाजा सिद्धू को पार्टी में रोकने के लिए कांग्रेस ने बीच का रास्ता निकाला है और फिर से उन्हें कैप्टन मंत्री मंडल में प्रमोशन देकर डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।


राज्य में चर्चा है कि नवजोत सिंह सिद्धू डिप्टी सीएम बनकर कैप्टन सरकार में एंट्री कर सकते है। क्योंकि राज्य में चर्चा है कि सिद्धू के कांग्रेस के दिल्ली दरबार में जाने के बाद से ही कांग्रेस नेतृत्व उन्हें फिर से राज्य में सम्मान के साथ पद देने की रणनीति बना रहा है। क्योंकि राज्य में 2022 में चुनाव होने हैं और सिद्धू की नाराजगी पार्टी को महंगी पड़ सकती है। दूसरी तरफ राज्य में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि सिद्धू कांग्रेस से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी का दामन थाम सकते हैं और पार्टी उन्हें राज्य में सीएम का चेहरा घोषित कर सकती है।

अगर ऐसा होता है तो ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जाएगा। बताया जा रहा है कि सिद्धू पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में थे और पार्टी नेताओं पर दबाव डाल रहे हैं कि उन्हें फिर से राज्य में सम्मान का पद दिया जाए। सिदधू ने कांग्रेस आलाकमान पर के साथ दो शर्तें रखी हैं। एक तो उन्हें फिर से स्थानीय निकाय विभाग दिया जाए और वहीं दूसरा उन्हें डिप्टी सीएम घोषित किया जाए। लेकिन माना जा रहा है कि इन दोनों शर्तों के लेकर राज्य के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह तैयार नहीं है।

क्योंकि स्थानीय निकाय  विभाग वह किसी अन्य को दे चुके हैं और उनके पास अभी सिर्फ बिजली विभाग का विभाग है, जो सिद्धू को दिया जा सकता है। लेकिन सिद्धू बिजली विभाग को लेकर तैयार नहीं है।
वहीं कैप्टन भी किसी भी मंत्री का महकमा वापस लेकर सिद्धू को नहीं देना चाहते।  असल में 2019 में कैप्टन ने सिद्धू को स्थानीय निकाय विभाग से हटाकर बिजली विभाग दिया था तो इसके बाद सिदधू ने विभाग को नहीं संभाला और बाद मे कैप्टन ने उन्हें कैबिनेट से बाहर कर दिया।

बिजली विभाग के साथ ही डिप्टी सीएम पर चर्चा

राज्य  में चर्चा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन  बिजली विभाग देने के साथ ही डिप्टी सीएम का पद दे सकती है।  क्योंकि 2022  के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस सिद्धू को सम्मान के साथ कैप्टन के कैबिनेट में एंट्री देना चाहती है। वहीं अगर सिद्धू ने पार्टी को छोड़ा तो चुनाव में कांग्रेस को बड़ा  नुकसान हो सकता है। क्योंकि राज्य में आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था।