पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव होने से पहले ही राज्य में विपक्षी दलों के महागठबंधन में नेताओं के बीच शब्दों का वार छिड़ा हुआ है। पिछले दिनों राज्य के सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करने के बाद अब राज्य के बिहार के पूर्व सीएम मांझी ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। मांझी ने गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड पर राजद नेता तेजस्वी यादव बयान पर असहमति जताई है और विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने के उनके दावे पर भी सवाल उठाए हैं।

कुछ दिनों पहले बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने शिक्षकों के ऊपर से दर्ज मामले को राज्य सरकार द्वारा वापस लेने के बाद राज्य की सत्ताधारी नीतीश कुमार सरकार की तारीफ की थी। मांझी कभी नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे और राज्य का मुख्यमंत्री उन्हें नीतीश कुमार की सहमति से ही बनाया गया था।  वहीं बाद में दोनों की राह अलग हो गई थी। वहीं अब हिंदुस्तान आवाम मोर्चा सेक्युलर के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को निशाना बनाया है।

तेजस्वी ने पिछले हफ्ते राज्य के गोपालगंज में राजद नेता की हत्या के बाद राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया था और लॉकडाउन के बावजूद उन्होंने मोर्चा निकाला था।  जिसके बाद राज्य सरकार ने तेजस्वी समेत कई दर्जन नेताओं पर मुकदमें दर्ज किए थे। फिलहाल मांझी ने गोपालगंज में हुए तिहरे हत्याकांड पर राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान पर असहमति जताई है और बिहार में विपक्षी गठबंधन के नेतृत्व करने के उनके दावे पर भी सवाल उठाया। फिलहाल मांझी के नीतीश कुमार के साथ संबंध बेहतर हुए हैं।

जिसके बाद माना जा रहा है कि आगानी चुनाव को लेकर नीतीश कुमार और मांझी के बीच किसी तरह का समझौता हो सकता है। राज्य में  मांझी के नए रूख से सियासत गर्मा गई है। राज्य में दलित  वोट 15 प्रतिशत है और विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव का मार्गदर्शन करने वाले वही लोग हैं, जिन्होंने उनके पिता (राजद प्रमुख लालू प्रसाद) को जेल भेजा था। वहीं अभी तक मांझी द्वारा महागठबंधन को चलाने के लिए एक समन्वय समिति के गठन की मांग राजद ने पूरी नहीं की है। जिसके बाद मांझी नाराज चल रहे हैं।