नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट गहरा गया है। जो स्थितियां राज्य में बनी हैं उसको देखकर लगता है कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में अब सुलह की गुंजाइश नहीं है औऱ दोनों ही खेमे आरपार की लडा़ई के मूड में हैं। हालांकि अभी तक दोनों में किसी का बयान नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि आज कोई बड़ा ऐलान हो सकता है। वहीं कांग्रेस ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई है। जिसमें केन्द्र से गए नेता भी शामिल होंगे।

राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्र सचिन पायलट ने अपने कदम आगे बढ़ा लिए हैं और वह ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह पर हैं। पिछले चार दिनों से पायलट दिल्ली में हैं और उनके समर्थक दिल्ली के करीब होटलों में रूके हुए हैं और पायलट की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बार फिर मध्य प्रदेश वाली गलती है और वह राज्य के संकट को भांपने में विफल रहा। राज्य में पहले से ही तय है कि पायलट और गहलोत के बीच लगातार मतभेद चल रहे हैं।  लेकिन पार्टी ने कभी सुलह की कोशिश नहीं की है। वहीं ये भी चर्चा थी कि सचिन पायलट ने सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा था। लेकिन उन्होंने अभी तक समय नहीं दिया है। लिहाजा कांग्रेस नेतृत्व ने वही गलती है जो उन्होंने सिंधिया प्रकरण में की थी।

राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने 10 जुलाई को भाजपा पर अपनी सरकार गिराने की साजिश का आरोप लगाया है और इसकी जांच राज्य सरकार के अधीन एसओजी से कराई जा रही है। एसओजी ने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को ही समेत कई लोगों को नोटिस दिया। जिसके बाद अंदरुनी कलह निकलकर बाहर आ गई। इसके जरिए गहलोत ने पायलट पर दबाव बनाने की कोशिश की।

सचिन की पत्नी का ट्वीट बना चर्चा

उधर राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने विधायक दल की बैठक में जाने से मना कर दिया है और उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार अल्पमत आ गई है और उनके पास 27 विधायकों के समर्थन है। जाहिर है कि सचिन पायलट अब बगावत की राह पर है और किसी समझौते की उम्मीद कम है। वहीं  पालयट की पत्नी सारा पायलट का यह ट्वीट चर्चा में बना हुआ है। सारा ने लिखा है कि बड़े-बड़े जादूगरों के पसीने छूट जाते हैं जब हम दिल्ली का रुख करते हैं। इसका सीधा इशारा अशोक गहलोत की तरफ था। इससे इस बात भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य की सियासत में कुछ नया होने वाला है।