रेलवे ने पिछले चार साल के दौरान 73 से ज्यादा किन्नरों को ट्रेनों में यात्रियों से वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अगर इस लिहाज से देखें तो रेलवे ने रोजाना 50 किन्नरों को वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह जानकारी रेलवे ने एक आरटीआई के जरिए दी है।

इन आंकड़ों से एक बात साफ होती है कि किन्नरों द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ शिकायतों के बाद कार्यवाही की गयी। क्योंकि वह चलती ट्रेनों में यात्रियों से पैसा वसूलते हैं। कुछ यात्रियों से पैसा न देने के कारण मारपीट की जाती है और कुछ को गाली-गलौच का सामना करना पड़ता है। हालांकि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स यानी आरपीएफ किन्नरों की वसूली के लिए विशेष अभियान चलाती है। 

आरटीआई में पूछे गए सवालों के जवाब में रेलवे ने बताया है कि 2015 से अब तक 73,837 किन्नरों को यात्रियों से पैसा वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

जानकारी के मुताबिक 2015 में 13,546, 2016 में 19800, 2017 में 18526 और 2018 में 20566 किन्नरों को गिरफ्तार किया है। इस साल जनवरी तक 1399 किन्नरों को गिरफ्तार किया गया है।

हालांकि रेलवे का कहना है कि ट्रेन की पुलिसिंग राज्यों का विषय है और इसके साथ ही ट्रेनों में होने वाले अपराध, जांच और कानून व्यवस्था राज्यों का विषय है। गौरतलब है कि भारतीय रेल का नेटवर्क विश्व का दूसरा बड़ा नेटवर्क है और पूरे देश में रोजाना 19 हजार ट्रेने 8 हजार स्टेशनों के जरिए 65 हजार किलोमीटर मार्गों में संचालित होती है। रेलवे नेटवर्क को 16 जोनों में विभाजित किया गया है।