चंडीगढ़। पंजाब की अतिसुक्षित मानी जाने वाली अमृतसर जेल से तीन कैदी फरार हो गए हैं। जबकि तीन महीने पहले ही जेल की सुरक्षा का जिम्मा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को दिया गया था। उसके बावजूद तीन कैदियों का जेल से फरार हो जाना कई तरह के सवाल पैदा कर रहा है।

जानकारी के मुताबिक तीन कैदी ज्यादा खतरनाकर नहीं हैं।  लेकिन जेल की सुरक्षा को तोड़ते हुए वह जेल से फरार हुए हैं। जबकि तीन महीने पहले ही जेल की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक कंपनी को दी गई थी। पुलिस ने कहा कि तीनों कैदी पंजाब की उच्च सुरक्षा जेलों में से एक अमृतसर से भाग निकले हैं।

ये तीनों कैदी शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि में जेल की दीवारों को तोड़कर बाहर निकले हैं। इन कैदियों की पहचान गुरप्रीत सिंह, जरनैल सिंह और विशाल कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, गुरप्रीत और जरनैल को एक स्नैचिंग मामले में जेल था जबकि विशाल यौन अपराधों के मामले में जेल में बंद था। हालांकि इससे पहले भी पंजाब की जेलों से कैदियों के फरार होने की घटनाएं हुई है। पिछले दिनों ही पंजाब की जेल में हमला कर अपराधियों ने अपने कई साथियों को जेल से छुड़ा  लिया था।

कैदियों ने पहले अपने सेल की एक दीवार से छलाँग लगाई, और बाहरी दीवारों को तोड़कर भाग निकले। कैदियों के जेल को तोड़कर फरार होने के बाद रविवार सुबह पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। अमृतसर सेंट्रल जेल पंजाब में पहली बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को तैनात किया गया था। पंजाब पुलिस ने पिछले साल सितंबर में तरनतारन जिले में हरियाणा के सेना नायक राहुल चौहान, अमृतसर के धनोआ खुर्द गाँव के धर्मिंदर सिंह और कलस गाँव के बकर सिंह की गिरफ्तारी से नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था।