-केन्द्रीय पर्यटन मंत्री का प्रस्ताव

अगर केन्द्रीय पर्यटन मंत्री के प्रस्ताव का मान लिया गया था तो वीकेंड में ताज का दीदार करने वाले पर्यटकों को आने वाले दिनों में टिकट के लिए ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा। मंत्री का मानना है कि वीकेंड में सैलानियों की तादात को देखते हुए इसको बढ़ाया जाना चाहिए। ताकि सरकार को राजस्व ज्यादा मिल सके। इस प्रस्ताव के मुताबिक वीकेंड में ताज का टिकट 100 रुपये किया जा सकता है।

कुछ दिन पहले ही केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के आदेश के बाद ताज के गुंबद को देखने के लिए टिकट बढ़ाकर 200 रुपये कर दिया गया। जबकि अब सरकार वीकेंड के लिए टिकट की कीमतों को बढ़ाने पर विचार कर रही है। ऐसा माना जा रहा है कि वीकेंड के दिनों में ताज को देखने के लिए 50 से 60 के करीब पर्यटक होते हैं। जबकि अन्य हफ्तों में यह संख्या 20 हजार तक रहती है। वीकेंड पर यहां तक पर एक किलोमीटर तक लंबी कतार लगती है।

क्योंकि दिल्ली, गुड़गांव और फरीदाबाद समेत एनसीआर के ज्यादातर लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। साथ ही विदेशी पर्यटक भी काफी संख्या में ताज देखने के लिए आते हैं। लिहाजा टिकटों की दर को बढ़ाकर राजस्व में इजाफा किया जा सकता है। केन्द्रीय मंत्रालय का तर्क है कि इससे भीड़ नियंत्रण भी की जा सकेगी। अक्टूबर में ही प्रवेश शुल्क 40 से बढ़ाकर 50 रुपये किया गया था। अभी वीकेंड के दिनों में 50 की दर को बढ़ाकर 100 रुपये करने की बात आई है। हालांकि तब आगरा में हुई मंत्रालय की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति को बनी थी लेकिन इसे लागू नहीं किया गया था।


स्टेप टिकटिंग के लिए तर्क दिया गया था कि इससे ताजमहल के मुख्य गुंबद पर बढ़ रही भीड़ का दबाव कम होगा। यही वजह वीकेंड पर प्रवेश शुल्क दोगुना करने की बताई जा रही है। तर्क दिया जा रहा है कि मंहगी टिकट होने की वजह से वीकेंड के दो दिनों में रिकॉर्ड तादाद में आ रहे सैलानी हफ्ते के अन्य दिनों में यहां आने को तरजीह देंगे। एएसआई के कुछ अफसरों का मानाना है कि चाहे स्टेप टिकटिंग हो या वीकेंड पर प्रवेश शुल्क दोगुना करने का मामला, देश-विदेश से आने वाले सैलानियों की भीड़ पर टिकट महंगा होने का कोई असर नहीं होगा।

अगर केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा के प्रस्ताव को यदि मान लिया गया तो आने वाले समय में कभी भी वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को ताजमहल पर प्रवेश शुल्क दोगुना हो सकता है। एएसआई इसे ताजमहल में लगातार बढ़ती जा रही सैलानियों की भीड़ के सही प्रबंधन के लिए जरूरी मान रही है। गौरतलब है कि दिसंबर को ही ताज में स्टेप टिकटिंग यानी मुख्य गुंबद के दीदार के लिए टिकट की कीमतों में इजाफा किया गया था और इसे 200 रुपये कर दिया गया था।