कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी की तर्ज पर ही पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अगले साल होने वाले विधानसभा के लिए वर्चुअल कैंपेन शुरू कर दिया है। ममता बनर्जी इसके जरिए पार्टी के विधायकों, सांसदों, जिला अध्यक्षों और अन्य नेताओं के साथ बैठक करने जा रही है। ताकि पार्टी को अगले साल होने वाले चुनान के लिए तैयार किया जा सके।

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए अगले साल होने वाले चुनाव बड़ी चुनौती है। क्योंकि भाजपा राज्य में एक बड़ी शक्ति के तौर पर उभर रही है और उसमें लोकसभा चुनाव में टीएमसी को बड़ी शिकस्त दी है। भाजपा वहीं राज्य में टीएमसी के खिलाफ माहौल बना रही है। वहीं राज्य में टीएमसी दो बार सत्ता में काबिज रह चुकी है और सत्ता विरोधी वोटों के कारण उसे नुकसान हो सकता है। लिहाजा पार्टी अभी से चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। वहीं कोरोना संकट के बीच भाजपा राज्य सरकार की विफलताओं को बड़ा मुददा बना रही है।

फिलहाल मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इसके लिए पार्टी विधायकों, सांसदों, जिला अध्यक्षों और अन्य नेताओं को तैयार रहने को कहा है। तृणमूल प्रमुख आगामी चुनावों से पहले राज्य भर के सभी मतदाताओं के साथ जुड़ने इस प्लेटफार्म को भी इस्तेमाल करने जा रही है। वहीं राज्य में भाजपा ने पहले से ही आक्रामक प्रचार कर दिया है। वहीं राज्य में कोविद -19 की स्थिति को देखते हुए चुनावी रैलियों को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।

फिलहाल पार्टी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जरिए सोशल मीडिया के जरिए चुनावी प्रचार कर रही है। इसके जरिए पार्टी जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को जोड़  रही है और चुनावी अभियान चलाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दी रही है। टीएमसी भाजपा की तर्ज पर इसे  प्रचार अभियान को शुरू कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 जून को बिहार में इंटरनेट के माध्यम से 60,000 बूथों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को लाइव-स्ट्रीम के जरिए संबोधित करेंगे।