अंतिम चरण के मतदान से पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा और सत्तारूढ़ टीएमसी के बीच का सियासी बवाल अपने चरम पर पहुंच गया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि पार्टी अध्यक्ष के रोड शो से पहले टीएमसी सरकार ने कोलकाता में पीएम मोदी और अमित शाह के पोस्टर उतरवा दिए। पीएम मोदी और अमित शाह के पोस्टर उतारने का एक वीडियो भी सामने आया है। इसके बाद भाजपा और टीएमसी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा के खिलाफ टीएमसी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। 

भाजपा महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'ये नागावार हरकत ठीक नहीं... भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जी की कोलकाता रैली को फेल करने के लिए ममता सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। स्वागत मंच नहीं लगाने दिए गए और सड़क के दोनों और लगाए गुब्बारे और होर्डिंग भी टीएमसी ने निकाल दिए। यह राजनीतिक वैमनस्यता बहुत भारी पड़ेगी दीदी!' 

इससे पहले, सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को जाधवपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले बरूईपुर में हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी गई। उनकी रैली रद्द करनी पड़ी। वहीं 15 मई को हावड़ा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली को भी रद्द कर दिया गया है। पिछले कुछ दिनों में भाजपा के उम्मीदवारों भारती घोष और बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर हमले भी हुए हैं। पार्टी ने इन हमलों के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। 

उधर, बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा पर मतदान के दौरान केंद्रीय बलों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। ममता ने दक्षिण परगना जिले के बसंती इलाके में एक रैली में कहा, मैं केंद्रीय बलों का अपमान नहीं कर रही। लेकिन उन्हें मतदाताओं को प्रभावित करने का निर्देश दिया गया है। 

ममता ने कहा, 'आपको ऐसा करते हुए शर्म आनी चाहिए...आप यहां अपना कर्तव्य निभाने के लिए हैं। आज आप मोदी के तहत काम कर रहे हैं, कल को किसी ओर के तहत होंगे। तब आप क्या करेंगे? ममता ने आगे कहा, 'भविष्य में दिन आएंगे जब इंच-इंच का बदला लिया जाएगा। बदला, हत्या कर नहीं लेकिन इसकी कीमत उन्हें चुकानी होगी। आपने कई बार बंगाल और मुझे बदनाम किया है।'