पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले कोलकाता में हुई हिंसा के बाद सियासी हमले तीखे होते जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने अनुच्छेद 324 का इस्तेमाल कर राज्य में प्रचार एक दिन पहले ही खत्म करने का फैसला किया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल जा रहे हैं। उन्होंने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को अपनी रैलियों को लेकर सीधी चुनौती दी है। यूपी के मऊ और चंदौली में रैलियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, प्रचार के लिए बंगाल जा रहा हूं। देखते हैं कि दीदी वहां मेरी रैली होने देती हैं या नहीं। 

पीएम मोदी ने बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी पर चुनाव के दौरान हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'कुछ महीने पहले पश्चिमी मेदिनीपुर में मेरी रैली में टीएमसी ने अराजकता फैलाई थी। इसके बाद ठाकुरनगर में तो ये हालत कर दी गई थी कि मुझे अपना संबोधन बीच में छोड़कर मंच से हटना पड़ा था। आज दमदम में मेरी रैली है, देखते हैं दीदी ये रैली होने देती हैं या नहीं।'

पीएम मोदी ने टीएमसी पर विद्यासागर कॉलेज में समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडों ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ दिया। ऐसा करने वालों को कठोर सजा दी जानी चाहिए। हम वहां विद्यासागर की बड़ी प्रतिमा बनाएंगे।

पीएम ने कहा, टीएमसी के गुंडों की दादागीरी परसों रात भी देखने को मिली है। परसों कोलकाता में भाई अमित शाह के रोड शो के दौरान टीएमसी के गुंडों ने ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ दिया। ऐसा करने वालों को कठोर से कठोर सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, सत्ता के नशे में ममता दीदी लोकतंत्र विरोधी मानसिकता में बंगाल में सब कुछ कर रही है। दीदी का रवैया तो मैं बहुत दिनों से देख रहा हूं, अब इसे पूरा देश भी देख रहा है।

पीएम ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी निशाना साधते हुए कहा, 'बहन जी ने पश्चिम बंगाल को लेकर मुझ पर निशाना साधा है। चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लिया है। जिस तरह ममता दीदी वहां पर यूपी-बिहार और पूर्वांचल के लोगों पर निशाना साध रही हैं, मुझे लगा बहन मायावती इस पर ममता दीदी को जरूर खरी-खोटी सुनाएंगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।'